अमेरिकी राजदूत की अरुणाचल यात्रा पर चीनी आपत्ति को भारत ने नकारा
विकास स्वरूप ने कहा, 'अमेरिकी राजदूत ने अरुणाचल प्रदेश की यात्रा की। यह राज्य देश का अभिन्न अंग है और इसके लिए वह अधिकृत थे।
नई दिल्ली, प्रेट्र : अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा की हालिया अरुणाचल प्रदेश यात्रा पर चीन के एतराज को भारत ने नकार दिया है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इस राज्य की उनकी यात्रा में कुछ भी असामान्य नहीं था, क्योंकि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, 'अमेरिकी राजदूत ने अरुणाचल प्रदेश की यात्रा की। यह राज्य देश का अभिन्न अंग है और इसके लिए वह अधिकृत थे।' दरअसल, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू के आमंत्रण पर अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने 22 अक्टूबर को तवांग की यात्रा की थी। इस यात्रा पर चीन ने एतराज जताया है।
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चीन का कहना है कि किसी भी तरह के अमेरिकी दखल से चीन-भारत सीमा विवाद और जटिल व मुश्किल हो जाएगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कैंग ने कहा कि अमेरिकी राजदूत ने 'विवादित क्षेत्र' की यात्रा की है। चीन इस यात्रा का विरोध करता है। अमेरिका को भारत-चीन सीमा विवाद में दखलंदाजी से दूर रहना चाहिए। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश को चीन तिब्बत का दक्षिणी भाग मानता है। जबकि, 1962 युद्ध में चीन के कब्जाए गए अक्साई चिन क्षेत्र को भारत विवादित मानता है।