नेशनल शूटर से कैश बरामदगी मामले की जांच करेगा आयकर विभाग
डीआरआइ के सूत्रों के अनुसार उनके पास 25 अवैध रूप से आयातित हथियार और अन्य वस्तुएं थीं जिनकी कीमत लगभग 4.5 करोड़ रुपये है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मेरठ में राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज के निवास से एक करोड़ रुपये नकदी बरामद होने के मामले की जांच अब आयकर विभाग करेगा। इस मामले का खुलासा करने वाली डीआरआइ (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने आयकर विभाग को इस मामले की तहकीकात करने को कहा है।
डीआरआइ के सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग इस बात की जांच करेगा कि इस नकदी का स्रोत क्या है। उल्लेखनीय है कि डीआरआइ ने रविवार को मेरठ में छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में वन्यजीव और हथियारों के अवैध कारोबार का खुलासा किया था।
इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया चुका है। इनमें स्लोवेनिया का एक नागरिक बेारिस सोबोतिक मिकोलिक भी शामिल है। तीनों आरोपियों को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया। वे स्लोवेनिया की राजधानी लिबलिआना से इस्तांबुल के रास्ते शनिवार को दिल्ली आ रहे थे।
डीआरआइ के सूत्रों के अनुसार उनके पास 25 अवैध रूप से आयातित हथियार और अन्य वस्तुएं थीं जिनकी कीमत लगभग 4.5 करोड़ रुपये है। वे जाने माने निशानेबाजों के लिए सरकार की योजना की आड़ में कस्टम अधिकारियों को गुमराह कर इन वस्तुओं और हथियारों को ला रहे थे। नियमों के तहत पेशेवर निशानेबाज एक निश्चित सीमा तक अभ्यास के लिए अस्त्र-शस्त्र ला सकते हैं।
इस मामले में दो अन्य आरोपी अमित गोयल और अनिल कुमार लंगन हैं। इन पर आयात शुल्क की चोरी से संबंधित कस्टम नियमों के उल्लंघन आ आरोप है। इन्हें स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इन आरोपियों को हिरासत में लिए जाने के बाद डीआरआइ ने कई जगह छापेमारी की।
डीआरआइ ने मेरठ में नेशनल शूटर प्रशांत बिश्नोई के घर भी छापा मारा जहां से 117 किलो नीलगाय का मांस और चीता तथा काले हिरण की खाल बरामद हुई। इसके अलावा एक करोड़ रुपये कैश तथा दो लाख कारतूस भी बरामद हुए। बिश्नोई सेना के रिटायर कर्नल का बेटा है। डीआरआइ का कहना है कि सेना के रिटायर अधिकारी के खिलाफ कुछ खास सबूत नहीं मिले हैं।
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