यमुना में रात में जारी है बालू का अवैध खनन
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। ग्रेटर नोएडा में बालू के अवैध खनन के कारोबार का मुद्दा देश में छाया रहने के बावजूद इस धंधे में लोगों पर कोई फर्क नहीं प ...और पढ़ें

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। ग्रेटर नोएडा में बालू के अवैध खनन के कारोबार का मुद्दा देश में छाया रहने के बावजूद इस धंधे में लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। बस उन्होंने दिन के बजाय रात में अवैध खनन करना शुरू कर दिया है। मीडिया में मामला उछलने के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अपने स्तर से खनन को रोकने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। अवैध खनन रोकने का असली जिम्मा जनपद के खनन विभाग के पास है।
आश्चर्य की बात है कि खनन निरीक्षक के तबादले को एक सप्ताह हो चुका है। जिला प्रशासन दो दिन पहले शासन को पत्र भेजकर शीघ्र खनन निरीक्षक की तैनाती की मांग कर चुका है। बावजूद इसके सरकार ने अभी तक खनन निरीक्षक की तैनाती नहीं की है। इसका फायदा इस गोरखधंधे से जुड़े लोग उठा रहे हैं। परिवर्तन बस इतना आया है कि मामला उछलने के बाद उन्होंने दिन के समय में अवैध खनन का काम बंद कर दिया है।
अब रात के अंधेरे में अवैध खनन किया जा रहा है। बड़ी संख्या में डंपर, ट्रैक्टर ट्राली व जेसीबी मशीन अवैध खनन में लगे हैं। हालांकि, एसडीएम सदर व नोएडा सिटी मजिस्ट्रेट संजय चौहान ने शुक्रवार को डूब क्षेत्र का दौरा किया, लेकिन दिन के समय में खनन का काम पूरी तरह से बंद था। इस कारण कोई खनन माफिया उनके हत्थे नहीं चढ़ सका।
यमुना और हिंडन नदी में बालू का अवैध खनन करने के लिए एक नहीं, बल्कि कई खनन माफिया सक्रिय हैं। असगरपुर, झट्टा-बादौली, कौंडली, मंगरौली, छपरौली, मोइयापुर, रायपुर, जगनपुर, घरबरा, मुरस्दपुर आदि कई गांवों में अलग-अलग ग्रुप के खनन माफिया कारोबार में लिप्त है। हर गांव में अलग-अलग माफिया का राज है।
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