Move to Jagran APP

IIT के चार छात्रों ने ठुकराए विदेशी कंपनियों के 1-1 करोड़ के ऑफर

इस साल आइआइटी के प्लेसमेंट्स में केंद्र सरकार की 'मेक इन इंडिया' योजना का असर साफ नजर आ रहा है। युवाओं को विदेशों में एक करोड़ से ज्यादा के पैकेज ऑफर किए जा रहे हैं, लेकिन वे उन्हें ठुकराकर कम वेतन में अपने ही देश की कंपनियों में काम करना

By Manoj YadavEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2015 01:45 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2015 02:03 PM (IST)
IIT के चार छात्रों ने ठुकराए विदेशी कंपनियों के 1-1 करोड़ के ऑफर

नई दिल्ली। इस साल आइआइटी के प्लेसमेंट्स में केंद्र सरकार की 'मेक इन इंडिया' योजना का असर साफ नजर आ रहा है। युवाओं को विदेशों में एक करोड़ से ज्यादा के पैकेज ऑफर किए जा रहे हैं, लेकिन वे उन्हें ठुकराकर कम वेतन में अपने ही देश की कंपनियों में काम करना बेहतर समझ रहे हैं। चार छात्रों के ये फैसले नजीर बन गए हैं।

loksabha election banner

पढ़ेंः अभी आइआइटी से पास भी नहीं हुआ, गूगल से मिला एक करोड़ से अधिक का ऑफर

आइआइटी में प्लेसमेंट सेल से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, इस साल एक करोड़ या इससे अधिक वेतन के आठ ऑफर विदेशी कंपनियों ने दिए। इनमें से चार छात्रों ने इनकार कर दिया।

मालूम हो, गूगल, ऑरेकल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां हर साल आइआइटी से युवा पेशेवरों को विदेश में काम करने का मौका देती हैं।

जिन चार युवाओं ने घरेलू कंपनियों में काम करने का फैसला किया है, उन्हें पांच गुना कम वेतन मिलेगा। अधिकारियों के मुताबिक, इससे साफ हो गया कि युवा पीड़ी केवल वेतन के लिए काम नहीं करती है।

यूं आया बदलाव

  • इससे पहले कैंपस पर पहले ही दिन आने वाली कंपनियां कंसल्टिंग, फायनेंस, टेक्नोलॉजी और ईकॉमर्स सेक्टर्स से होती थीं। अब आइआइटी दिल्ली में यह 'मिक्स' बदल गया है।
  • अब मेक इन इंडिया कैंपेन से प्रभावित भारतीय कंपनियां देश में रोजगार के सुनहरे अवसर लेकर आ रही हैं।
  • इसी तरह पिछले साल आइआइटी बॉम्बे ने भी कोर इंजीनियरिंग कंपनियों को पहले ही दिन मौका दिया। इसका असर भी साफ नजर आया
  • 172 में से 60 ऑफर कोर कंपनियों से रहे, जबकि उससे पहले यह आंकड़ा 174 में से 35 ऑफर्स का था।
  • खबर है कि गुवाहाटी और रूड़की के आइआइटी भी इसी दिशा में पहले करेंगे। आइआइटी गुवाहाटी के एक अधिकारी ने बताता, हम कोर कंपनियों को शुरूआत में बुलाने पर विचार कर रहे हैं।
  • वहीं आइआइटी मद्रास के प्लेटमेंट सलाहकार बाबू विश्वनाथन का कहना है कि मेक इंडिया में अपनी भूमिका को कई आइआइटी प्रबंधन ने पहचान लिया है।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.