गुजरात में देखी है बिजली की दशा: अखिलेश
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने सपा को इसलिए मात दी क्योंकि हम बिजली नहीं दे सके। हालांकि जिन्होंने 24 घंटे बिजली आपूर्ति का वादा कर केंद्र की सत्ता पाई, वह छह माह बाद भी कुछ नहीं
गाजीपुर। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने सपा को इसलिए मात दी क्योंकि हम बिजली नहीं दे सके। हालांकि जिन्होंने 24 घंटे बिजली आपूर्ति का वादा कर केंद्र की सत्ता पाई, वह छह माह बाद भी कुछ नहीं कर सके।
मोदी पर व्यंग्य करते हुए अखिलेश ने कहा कि गुजरात में बिजली की दशा उन्होंने देखी है। उन्हें नहीं पता कि यूपी के गांवों में बिना मीटर के बिजली का उपभोग होता है। यहां कटिया कनेक्शन से भी घर रोशन होते हैं। हम व्यवस्था सुधारने को बिजली उपकेंद्रों की संख्या बढ़ा रहे हैं और फीडर अलग कर रहे हैं। उपकेंद्रों की कमी के चलते हम बिजली उपलब्ध होने पर भी सही ढंग से आपूर्ति नहीं दे सकते। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि वर्ष 2016 तक गांवों में 14 से 16 और शहर में 20 से 22 घंटे बिजली प्रदेश सरकार देगी।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को ईशोपुर स्थित इंटर कॉलेज में पूर्व एमएलसी रामकरन यादव की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने गाजीपुर जिले को पांच सौ बेड के अस्पताल की सौगात दी, भविष्य में मेडिकल कालेज भी खोलने का वादा किया। सैदपुर में गंगा पर, चंदौली जिले को जोडऩे वाले पुल का नामकरण रामकरन दादा के नाम पर करने की घोषणा की। कहा कि छात्रों के हाथों गांवों में लैपटाप पहुंचाकर हमने कंप्यूटर के प्रति जिज्ञासा शांत की और आने वाली पीढ़ी के अंदर से डर निकाला। गाजीपुर, मीरजापुर, बलिया में गंगा पर पांच पुल के निर्माण की नजीर देते हुए लोगों से कहा कि बीजेपी वालों से पूछो, वे कब बनवाएंगे। अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि समाजवादी पेंशन योजना के तहत प्रदेश के 40 लाख परिवारों को हर माह पांच सौ रुपये देंगे। खास यह होगा कि पेंशन की राशि परिवार की महिला सदस्य के बैंक खाते में जाएगी। यही नहीं, गांवों में सौर ऊर्जा की लाइट लगाकर गरीबों की बस्तियों को रोशन करने की दिशा में काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि इटावा के बाद रामपुर एक छोर पर तो गाजीपुर दूसरे छोर पर समाजवादियों का गढ़ है। उन्होंने गाजीपुर से दूध बेचने के लिए वाराणसी जाने और ले आने के लिए पशुपालकों के लिए दो बसों की नि:शुल्क सेवा के बारे में ग्रामीणों से पूछकर तहकीकात की। सभी ने उस सेवा की तारीफ में हामी भरी तो कम पडऩे पर 102 और 108 नंबर के एंबुलेंस सेवा की तर्ज पर और बसें बढ़ाने का वादा किया। इलेक्ट्रानिक मीडिया पर भी व्यंग्य करने से मुख्यमंत्री नहीं चूके। कहा कि हमसे भूल से छोटी भी गलती हो जाए तो चैनल वाले बड़ा बनाकर दिखाते हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यहां के बाद बलिया जनपद में बेसिक शिक्षामंत्री रामगोविंद चौधरी की पत्नी कलावती देवी के त्रयोदशाह कार्यक्रम में भी शामिल हुए। यहां मीडिया से उन्होंने कहा कि सूबे की पुलिस पहले से ही स्मार्ट है, बस तकनीकी बदलाव की जरूरत है।
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