महातूफान से घबराएं नहीं, बस बरतें ये जरूरी सावधानियां
नई दिल्ली। महातूफान की आहट से ओडिशा और आंध्र के तटीय इलाकों में खौफ भर जाना स्वाभाविक है। पाइलीन तूफान के संबंध में आशंका जताई जा रही है कि यह सुपर सा ...और पढ़ें

नई दिल्ली। महातूफान की आहट से ओडिशा और आंध्र के तटीय इलाकों में खौफ भर जाना स्वाभाविक है। पाइलीन तूफान के संबंध में आशंका जताई जा रही है कि यह सुपर साइक्लोन में तब्दील हो सकता है। इससे पहले 1999 में भारत में आए सुपरसाइक्लोन में 10 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। उस तबाही से सबक लेते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने आनन-फानन इंतजाम करने शुरू कर दिए। लेकिन इन सबके बीच लोगों को डरने की बजाय समझदारी से काम लेना होगा।
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सावधानियां :
- मछुआरों को समुद्र में जाने का प्रयास नहीं करना चाहिए क्योंकि तूफान उनके लिए समस्या खड़ी कर सकता है।
- तटीय इलाकों में भारी तबाही का अंदेशा रहता हैं। यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचने का हरसंभव प्रयास करना चाहिए।
- रेल और सड़क परिवहन के माध्यम से यात्रा करने से बचने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। क्योंकि भारी बारिश व तेज हवा के कारण संचार के साधन और रास्ते टूट सकते हैं।
- कच्चे व पुराने मकानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का यथासंभव प्रयास करना चाहिए। क्योंकि भारी बारिश व तेज हवा के कारण कच्चे और पुराने मकान क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।
- खाद्य सामग्रियां और दूसरी आवश्यकता की चीजें पर्याप्त मात्रा में इकट्ठा कर लेनी चाहिए, ताकि ऐन वक्त पर परेशानी न हो।
- बिजली आपूर्ति बंद किए जाने से अंधेरा छा सकता है। ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था का इंतजाम कर लेना चाहिए।
- जरूरी दवाओं का इंतजाम करें ताकि जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके।
- प्रशासन द्वारा दी जा रही सूचनाओं को हमेशा ध्यान से सुनना चाहिए, जिसके कारण आप समय रहते उचित उपाय कर सकें।
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