मनोहर पर्रिकर ने कहा, बोफोर्स जैसा नहीं होगा अगस्ता का अंजाम
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि अगस्ता का अंजाम बोफोर्स घोटाले जैसा नहीं होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। हेलीकॉप्टर घोटाले को लेकर कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने लोकसभा में कहा कि अगस्ता का अंजाम बोफोर्स घोटाले जैसा नहीं होगा, जिसमें सारे आरोपी धीरे-धीरे बरी हो गए थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि अंतत: भ्रष्टाचार की गंगा के असली गंतव्य का पता लगा ही लिया जाएगा।
राज्यसभा में अंग्रेजी में लिखित भाषण पढ़ने वाले पर्रिकर शुक्रवार को लोकसभा में पूरी रौ में थे। इस दौरान कांग्रेस पर हमला करने का कोई मौका उन्होंने नहीं छोड़ा। गांधी परिवार पर परोक्ष निशाना साधते हुए पर्रिकर ने कहा कि अभी जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, वे छोटे लोग हैं। त्यागी, खेतान ने तो बहती गंगा में हाथ धोया है। लेकिन हम यह पता लगा रहे हैं कि भ्रष्टाचार की गंगा जाती कहां है।
जवाब के बीच ही वाकआउट कर चुके कांग्रेस नेताओं की गैरमौजूदगी में उन्होंने तंज कसा कि सरकार चुस्ती से जांच कराएगी। इटालियन से अंग्रेजी में अनुवाद कराने में थोड़ा वक्त लगता है। विपक्ष कोई अच्छा अनुवादक सुझाएगा तो हम उस पर भी गौर करेंगे।
सच्चाई जानता है विपक्ष
कांग्रेस सदस्यों के विरोध के बीच रक्षा मंत्री ने कहा कि वह किसी पर आरोप नहीं लगा रहे हैं। लेकिन जो अरबी खाते हैं, उनके गले में ही खुजली होती है। विपक्ष के विरोध से साफ है कि उन्हें पता है कि भ्रष्टाचार की यह गंगा कहां जाती है। पर्रिकर ने कहा कि जिनका नाम इटली की अदालत के फैसले में आया है, एजेंसियों की जांच उन पर ही केंद्रित होगी। इससे पहले भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने भी आरोप लगाया था कि बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल और कांग्रेस के एक नेता की दुबई में भेंट हुई थी।
मजबूरी में की कार्रवाई
पर्रिकर ने कहा कि 2012 में यदि फिनमैकेनिका के सीईओ को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तो सरकार कोई कार्रवाई भी नहीं करती। आश्चर्य की बात है कि 12 मई, 2014 को जब लोकसभा चुनाव के परिणाम का अंदाजा हो गया था, तब अनुबंध को 'होल्ड' पर रखने का आदेश हुआ। इटली में नवंबर 2011 में आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद भी खरीद की प्रक्रिया जारी रही।
एंटनी पर साधा निशाना
पर्रिकर ने पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी पर भी निशाना साधा। पर्रिकर ने कहा कि एंटनी ने पहले विदेश में परीक्षण के खिलाफ अपनी आपत्ति लिखित में दी थी। लेकिन फिर न जाने क्या हुआ कि विदेश में ट्रायल की अनुमति दे दी। रक्षा मंत्री जब निशिकांत दुबे, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सौगत राय के सवालों का जवाब देने लगे तो कांग्रेस ने वाकआउट कर दिया।
कांग्रेस के समय शुरू हुआ सौदा
पर्रिकर ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान 1999 में सौदा शुरू होने के ज्योतिरादित्य सिंधिया के दावे को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि सौदे की प्रक्रिया 1994 में शुरू हो गई थी, जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। उन्होंने अगस्ता की सहयोगी कंपनियों को काली सूची से छूट देने के आरोपों पर कहा कि इनके बने पुर्जे हमारे पोत आदि में लगे हैं। हमने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है।