स्वच्छता रैंकिंग में सरकारी विश्वविद्यालय और कॉलेज साबित हुए फिसड्डी
हरियाणा के सोनीपत के ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय को देश का सबसे साफ-सुथरा विश्वविद्यालय पाया गया है।
नई दिल्ली, ब्यूरो। स्वच्छता अभियान के तहत देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच कराई गई प्रतियोगिता में सरकारी विश्वविद्यालय और कॉलेज फिसड्डी साबित हुए हैं। इसका अंदाजा देश के साफ-सुथरे उच्च शिक्षण संस्थानों को लेकर जारी स्वच्छता रैंकिंग से लगाया जा सकता है। पहले 50 संस्थानों की सूची में एक भी सरकारी विश्वविद्यालय, कॉलेज या संस्थान को जगह नहीं मिली। रैंकिंग की सभी कैटेगरी में निजी संस्थानों का ही दबदबा रहा।
हरियाणा के सोनीपत के ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय को देश का सबसे साफ-सुथरा विश्वविद्यालय पाया गया है। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सरकारी विवि और संस्थानों की स्थिति पर अफसोस जताया और कहा कि इसके चलते उन्हें सरकारी विवि और संस्थानों की एक अलग कैटेगरी बनानी पड़ी है। इस पूरे अभियान में देश के करीब 3500 संस्थानों ने हिस्सा लिया था। इनमें से सिर्फ 174 संस्थान ही स्वच्छता को लेकर तय मानक पर खरे उतरे। इस दौरान सबसे स्वच्छ विश्वविद्यालयों की कैटेगरी में पहले नंबर पर जहां ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय रहा है, वहीं दूसरे स्थान पर जयपुर का मनिपाल विवि रहा। तीसरे स्थान पर सालोन का चितकारा विवि, चौथे पर बेलगाम का केएलई उच्च शिक्षण एवं शोध संस्थान और पांचवें स्थान पर आगरा का दयालबाग शैक्षणिक संस्थान रहा।
इसी तरह देश के सबसे स्वच्छ कॉलेज की कैटेगरी में पहले स्थान पर इरोड (तमिलनाडु) का कोंगू आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज, दूसरे पर पुणे का विद्या प्रतिष्ठान आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स कॉलेज, तीसरे पर चेन्नई का रामकृष्ण मिशन विवेकानंद कॉलेज, चौथे पर कोयंबटूर का विवेकानंद कॉलेज और पांचवें स्थान पर कोयंबटूर का केजी कॉलेज रहा। स्वच्छ तकनीकी संस्थानों की कैटेगरी में पहले स्थान पर कोयंबटूर का अमृत विश्व विद्यापीठ, दूसरे स्थान पर गुंटूर का कोनेर लक्ष्मण एजुकेशन फाउंडेशन, तीसरे पर चेन्नई का श्रीराम चंद्र मेडिकल कॉलेज, चौथे पर तिरचेनगो़ड़े का विवेकानंद कॉलेज और पांचवें स्थान पर आरएमडी इंजीनियरिंग कॉलेज रहा।
सरकारी उच्च शिक्षण संस्थानों को लेकर तैयार की गई एक अलग कैटेगरी में जिन पांच संस्थानों को चुना गया, उनमें पहले स्थान पर जीबी पंत विवि, दूसरे स्थान पर मदुरै कामराज विश्वविद्यालय, तीसरे स्थान पर अलगप्पा विवि, चौथे स्थान पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर और पांचवें स्थान पर आईआईटी-गुवाहाटी रहा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वच्छता को लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों की यह रैंकिंग परिसरों की स्थिति, छात्रावासों की साफ-सफाई और कैंटीन की गुणवत्ता के आधार पर तैयार की है।
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