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    गरीब महिलाओं को आधार होने पर ही फ्री गैस कनेक्शन

    By Sachin BajpaiEdited By:
    Updated: Wed, 08 Mar 2017 10:39 PM (IST)

    सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में एलपीजी सब्सिडी पाने को सभी के लिए आधार अनिवार्य कर दिया था।

    गरीब महिलाओं को आधार होने पर ही फ्री गैस कनेक्शन

    नई दिल्ली, प्रेट्र । आधार कार्ड के बिना गरीब महिलाएं अब मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन नहीं पा सकेंगी। सरकार ने उनके लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत फ्री एलपीजी कनेक्शन प्राप्त करने को लेकर आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है।

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    सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में एलपीजी सब्सिडी पाने को सभी के लिए आधार अनिवार्य कर दिया था। अब गरीबी रेखा के नीचे (बीपीएल) रहने वाले परिवार की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देने में भी इस व्यवस्था को जरूरी किया गया है। सरकार ने पिछले साल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की थी। इसका मकसद तीन साल में पांच करोड़ गरीब महिलाओं को फ्री एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराना है। खाना पकाने के लिए स्वच्छ ईधन उपलब्ध कराने के इरादे से यह पहल की गई है।

    पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। इसके अनुसार, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत लाभ लेने के इच्छुक लोगों को अब साक्ष्य के तौर पर आधार कार्ड देना होगा या आधार सत्यापन की व्यवस्था से गुजरना होगा। गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाली जिन महिलाओं के पास आधार नंबर नहीं है, उन्हें इसके लिए 31 मई तक आवेदन करने को कहा गया है। एक बार आधार के लिए नामांकित होने के बाद लाभार्थी मुफ्त एलपीजी कनेक्शन की खातिर आवेदन कर सकते हैं। उसे पंजीकरण की प्रति या ऐसे आवेदन की प्रति उपलब्ध करानी होगी। इस तरह के आवेदन के साथ बैंक पासबुक, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, पैन, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, किसान फोटो पासबुक या राजपत्रित अधिकारी की ओर से जारी पहचान प्रमाणपत्र जैसा कोई एक सरकारी दस्तावेज लगाना होगा।

    महिलाओं को बेसिक इनकम की वकालत

    उद्योग चैंबर एसोचैम ने महिलाओं के लिए यूनिवर्सल बेसिक इनकम (यूबीआइ) के क्रियान्वयन की वकालत की है। उसका कहना है कि इससे देश के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव हो सकता है।

    एसोचैम के मुताबिक, सभी को यूबीआइ के दायरे में लाने के लिए अभी देश तैयार नहीं है। लेकिन सिर्फ महिलाओं को इसका फायदा देने के बार में विचार किया जाना चाहिए। परिवार में यदि महिला के खाते में धन होगा तो उनके आर्थिक और सामाजिक दर्जे में उल्लेखनीय सुधार होगा। लंबे समय में इससे समाज में स्त्री-पुरुष अनुपात भी बेहतर होगा।

    महिला ग्राहकों को आसुस का तोहफा

    ताइवान की टेक्नोलॉजी कंपनी आसुस ने जेनफोन 3 मैक्स सीरीज के स्मार्टफोन की खरीद के साथ महिला ग्राहकों को फ्री लॉलीफ्लैश की पेशकश का एलान किया है। लॉलीपॉप के आकार की यह डुअल-टोन एलईडी टॉर्च कम रोशनी में स्मार्टफोन या टैबलेट पर ली गई तस्वीरों और वीडियो की गुणवत्ता में सुधार करती है। लॉलीफ्लैश 899 रुपये में आती है।

    पुरुषों की कमाई 67 फीसद ज्यादा

    भारत में स्त्री-पुरुष के बीच वेतन अंतर काफी ज्यादा है। दोनों की औसत कमाई में 67 फीसद का अंतर है। पुरुषों की औसत कमाई जहां 167 डॉलर है। वहीं महिलाएं 100 डॉलर कमाती हैं। एक्सेंचर रिसर्च की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।