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    डिजाइन व निविदा में गड़बड़ी के चलते गिरा फ्लाईओवर : विशेषज्ञ

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Fri, 01 Apr 2016 10:06 AM (IST)

    कोलकाता हादसे पर अाईअाईटी खड़गपुर के विशेषज्ञ ने कहा कि प्लानिंग में भारी खामी की वजह से यह हादसा हुआ है।

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    कोलकाता[राजीव कुमार झा ]। कोलकाता में गुरुवार को दिनदहाड़े अतिव्यस्ततम सड़क पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने के कारण जानमाल का भारी नुकसान होने से पूरा देश सन्न है। वहीं, इस भयावह हादसे ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) खड़गपुर के विशेषज्ञों को भी स्तब्ध कर दिया हैं। आइआइटी के वास्तुकला (आर्किटेक्चर) विशेषज्ञ जॉय सेन जो भारी भीड़भाड़ वाले बड़ाबाजार में इस घटना वाली जगह से बहुत वाकिफ हैं, की मानें तो प्लानिंग में भारी खामी की वजह से यह हादसा हुआ है।

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    उनके मुताबिक, डिजाइन व निविदा प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी के कारण इस प्रकार की घटना देखने को मिली। उन्होंने कहा कि, इस तरह की बड़ी परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में अगर समय का ध्यान नहीं रखा जाता है तो यह बेहद जोखिम भरा हो जाता है। सेन ने बताया कि, फ्लाईओवर को एकसाथ जोड़ने का काम करते वक्त समय और सामग्री के उपयोग में भारी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा यदि इस प्रकार के कठिन निर्माण कार्य को समय पर पूरा नहीं किया जाता है कि तो इस तरह का हादसा होना लाजिमी है। उनके मुताबिक, बदलते मौसम के कारण निर्माण कार्य व इसकी सामग्री पर गहरा असर पड़ता है। सेन ने स्पष्ट किया कि इस तरह की परियोजनाओं में आप देरी नहीं कर सकते हैं।

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    उनका मानना है कि ऐसी परियोजनाओं के लिए उचित प्लानिंग की सख्त जरूरत है और मानव जीवन के साथ खेलने का किसी को अधिकार नहीं है। सेन आइआइटी खड़गपुर के रणवीर व चित्र गुप्ता स्कूल ऑफ इनफ्रास्ट्रक्चर डिजाइन एंड मैनेजमेंट के रिजनल प्लानिंग विभाग में प्रोफेसर व उसके प्रमुख हैं। वहीं, फ्लाईओवर के निर्माण व निविदा प्रक्रियाओं की गुणवत्ता पर सेन ने कहा कि अनुभव के आधार पर इस प्रकार की बड़ी परियोजनाओं को किसी संस्था को सौंपी जानी चाहिए।

    उन्होंने कहा कि निविदा में सिर्फ सबसे कम कीमत के आधार पर इसे किसी संस्था के हाथों में कतई नहीं सौंपी जानी चाहिए। संस्थान के अन्य विशेषज्ञों ने भी सेन की बातों का समर्थन करते हुए प्लानिंग को दोषपूर्ण करार दिया है।

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