अभी आते रहेंगे भूकंप के झटके, ऐसे झटके आना सामान्य प्रक्रिया
भू-वैज्ञानिकों की दृष्टि से झटके आना सामान्य प्रक्रिया है। संभव है कि अगले छह-सात माह तक बीच-बीच में ऐसे ही झटके आते रहेंगे, लेकिन इसकी तीव्रता दिन पर दिन कम होती रहेगी। इसका कारण जमीन के गर्भ में भूकंप से पैदा हुई हलचल है।
लखनऊ। भीषण भूकंप के बाद बार-बार आ रहे झटकों को वैज्ञानिक सामान्य प्रक्रिया बता रहे हैं। भू-वैज्ञानिकों की दृष्टि से ऐसे झटके आना सामान्य प्रक्रिया है। संभव है कि अगले छह-सात माह तक बीच-बीच में ऐसे ही झटके आते रहेंगे, लेकिन इसकी तीव्रता दिन पर दिन कम होती रहेगी। इसका कारण जमीन के गर्भ में भूकंप से पैदा हुई हलचल है।
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दरअसल, प्लेटें टकराने से पृथ्वी के गर्भ में कई किलोमीटर तक दरारें पड़ जाती हैं, जिसके चलते अगल-बगल की दरारें भी सक्रिय हो जाती हैं, इससे उनमें संचित ऊर्जा निकलने लगती है। इसी वजह से झटके आते हैं, जिसे आफ्टर शॉक भी कहते हैं। जीएसआइ, उत्तरी क्षेत्र के उपमहानिदेशक सिद्धार्थ स्वरूप ने कहा कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के अध्ययन के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है।