नोटबंदी में गड़बड़ी करने वाले बैंक अफसरों पर चलेगी तलवार
नोटबंदी के दौरान कुछ बैंक अधिकारियों ने नियम-कायदों को ताक पर रखते हुए मौके का फायदा उठाया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। नोटबंदी के दौरान जिन बैंक अफसरों ने गड़बड़ी की है, उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। ऐसे अधिकारियों को प्रधानमंत्री ने पहले ही चेतावनी दी थी। अब वित्त मंत्रालय ने भी सार्वजनिक बैंकों से कहा है कि वे करेंसी नोटों को गैर-कानूनी तरीके से बदलने में बैंक अधिकारियों की मिलीभगत पर रिपोर्ट दें।
वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि बैंक उन अधिकारियों का ब्योरा देंगे जिन्होंने नोटबंदी की अवधि में नियमों या सरकार और रिजर्व बैंक के निर्देशों का उल्लंघन किया।
वैसे, वित्त मंत्रालय निदेशकों के खिलाफ सतर्कता कार्रवाई करता है। लेकिन अफसरों के विरुद्ध विभागीय या आपराधिक कार्रवाई बैंक खुद ही करते हैं। आशंका है कि नोटबंदी के दौरान कुछ बैंक अधिकारियों ने नियम-कायदों को ताक पर रखते हुए मौके का फायदा उठाया।
उदाहरण के तौर पर सीबीआइ ने कोलकाता में बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) के एक अधिकारी के खिलाफ पुराने नोटों की अदला-बदली में नियमों के उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी ने नोटबंदी के दौरान जो एफआइआर दर्ज की हैं, उनमें से एक में एसबीआइ, एसबीबीजे व स्टेट बैंक ऑफ मैसूर जैसे कई बैंकों के अधिकारियों की संलिप्तता की ओर भी इशारा किया गया है।
प्रधानमंत्री ने नए साल की पूर्वसंध्या पर अपने संबोधन में कहा था कि कुछ सरकारी अधिकारियों ने नोटबंदी के दौरान हालात का गलत फायदा उठाने की कोशिश की, जिन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
तमाम वरिष्ठ बैंकर महसूस करते हैं कि आरबीआइ की ओर से भी यह जांच हो सकती है कि क्या बैंक शाखाओं के स्तर पर कहीं खामियां रह गईं। नोटबंदी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने चुनिंदा बैंक शाखाओं में मनी लांड्रिंग गतिविधियों के संदेह में छापे मारे थे।
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