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    रामभरोसे है दिल्ली चिड़ियाघर की सुरक्षा व्यवस्था

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    Updated: Thu, 25 Sep 2014 08:30 AM (IST)

    वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अधीन चल रहे देश के इकलौते दिल्ली के चिड़ियाघर में सुरक्षा को लेकर बड़ी कोताही बरती जा रही है। यहां जानवरों को बेहोश करने वाली दो ही ट्रेंक्यूलाइजर गन हैं। जिसमें से एक खराब है। इस गन को चलाने के लिए किसी कर्मचारी को प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया है। यह गन चिड़ियाघर के डॉक्टर पन्नीर सिल्वन के पास रहती है और वह ही इसे चलाना जानते हैं।

    नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अधीन चल रहे देश के इकलौते दिल्ली के चिड़ियाघर में सुरक्षा को लेकर बड़ी कोताही बरती जा रही है। यहां जानवरों को बेहोश करने वाली दो ही ट्रेंक्यूलाइजर गन हैं। जिसमें से एक खराब है। इस गन को चलाने के लिए किसी कर्मचारी को प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया है। यह गन चिड़ियाघर के डॉक्टर पन्नीर सिल्वन के पास रहती है और वह ही इसे चलाना जानते हैं।

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    मंगलवार को जब घटना हुई तो कुछ कर्मचारी डॉक्टर के पास गए लेकिन वह अस्पताल में मौजूद नहीं थे। डॉक्टर अपने घर खाना खाने गए थे। यह बात सही है कि समय कम था। मगर जब कर्मचारी अस्पताल पहुंचे तो वहां ट्रेंक्यूलाइजर गन भी ताले में बंद थी। यदि अन्य कोई कर्मचारी प्रशिक्षित होता और गन अस्पताल में न होकर बाड़े में होती तो युवक को सफेद बाग के चंगुल से बचाया जा सकता था।

    सफाईकर्मी देख रहे एनिमल सेक्शन का काम

    बाड़ों का हाल भी ठीक नहीं है। कीपर व सहायक कीपर पूरे नहीं है। सफाई विभाग को भी एनिमल सेक्शन में मर्ज कर दिया गया है और सफाईकर्मी एनिमल सेक्शन का काम देख रहे हैं। जो लोग बाड़े में ड्यूटी देते हैं उनके लिए भी खतरनाक जानवरों से बचने के लिए कोई उपाय नहीं है।

    गायब है बंदूक

    चिड़ियाघर में सरकार की ओर से बंदूक भी जारी की गई है। 7 साल पहले यहां तैनात रहे एयरफोर्स से सेवानिवृत्त एसपी सैनी के पास बंदूक रहती थी। उसके बाद से बंदूक गायब है। चिड़ियाघर के लोगों को भी नहीं मालूम बंदूक कहां गई। जबकि इस बंदूक का मकसद हिंसक हो जाने पर जानवर को हवाई फायर कर डराना या आपात स्थिति में उपयोग करना है।

    टिकट काट रहे चौकीदार

    चिड़ियाघर में चौकीदार [वाचमैन] के 42 पद हैं। जबकि चौकीदार केवल सात हैं। इन्हें भी टिकट काटने में लगा दिया है। इतना ही नहीं नियम के अनुसार, चौकीदार के पद पर सेना के सेवानिवृत्त लोग होने चाहिएं। मगर यहां निजी सुरक्षाकर्मी लगे हैं। जिन्हें किसी प्रकार का प्रशिक्षण नहीं है।

    उधर, राष्ट्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के सदस्य सचिव व सलाहकार एससी शर्मा ने चिड़ियाघर के निदेशक अमिताभ अग्निहोत्री के साथ बैठक की। दो घंटे तक चली इस बैठक में मंगलवार को हुई घटना के बारे में चर्चा हुई।

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