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    कल से बिजली 10 घंटे रह सकती है गुल

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    Updated: Fri, 31 Jan 2014 01:49 PM (IST)

    नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) के आडिट से नाराज निजी बिजली वितरण कंपनियों ने बृहस्पतिवार को सरकार पर पलटवार किया था। बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) ने सरकार को लिखित में दिया है कि कंपनी के पास बिजली खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए उसे आठ से दस घंटे की बिजली कटौती करनी पड़ सकती है। बिजली कंपनियों ने सरप्लस बिजली बेचने से भी इन्कार कर दिया है।

    नई दिल्ली। नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) के आडिट से नाराज निजी बिजली वितरण कंपनियों ने बृहस्पतिवार को सरकार पर पलटवार किया था। बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) ने सरकार को लिखित में दिया है कि कंपनी के पास बिजली खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए उसे आठ से दस घंटे की बिजली कटौती करनी पड़ सकती है। बिजली कंपनियों ने सरप्लस बिजली बेचने से भी इन्कार कर दिया है।

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    बीवाईपीएल ने ऊर्जा सचिव को लिखे पत्र में कहा कि कई वर्षो से तर्कसंगत बिजली दर की घोषणा न होने से कंपनी को वर्ष 2011-12 में 2855 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इसका उल्लेख दिल्ली बिजली नियामक आयोग (डीईआरसी) ने जुलाई 2013 में जारी आदेश में किया है। उसने यह भी माना था कि 31 मार्च, 2013 तक बीवाईपीएल का घाटा 6229 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। बीवाईपीएल का कहना है कि वह बैंकों से उधार लेकर अपना कामकाज कर रही है। यही वजह है कि कंपनी के ऊपर दिल्ली की बिजली उत्पादन और ट्रांसमिशन कंपनियों का 1351 करोड़ रुपये का कर्ज हो चुका है।

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    बीवाईपीएल का कहना है कि पैसा न होने से दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) एवं सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) 259 मेगावाट बिजली नहीं दे रहे हैं। उसने इस कमी को दूर करने के लिए अस्थायी इंतजाम किए हैं। कंपनी नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) और नेशनल हाइड्रो पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) को भी पैसा देने की स्थिति में नहीं है, जिससे दोनों कंपनियों से सोमवार से 500 मेगावाट बिजली नहीं मिल पाएगी। इसके चलते सोमवार से आठ से दस घंटे की बिजली कटौती करनी पड़ सकती है।

    बीवाईपीएल ने सरकार से अपील की है कि वह केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय से बात कर यह सुनिश्चित करे कि एनटीपीसी और एनएचपीसी उसे बिजली देती रहें। साथ ही केंद्रीय वित्त मंत्रालय से अनुरोध करे कि बीवाईपीएल को बैंक लोन दिया जाए।

    पूर्वी और मध्य दिल्ली होगी प्रभावित

    बीवाईपीएल यमुनापार यानी पूर्वी दिल्ली और मध्य दिल्ली में बिजली की आपूर्ति करती है। यदि कंपनी और सरकार के बीच विवाद नहीं सुलझता है, तो यहां के लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा।

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