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    केरल में फहराया लाल परचम, एलडीएफ 91 सीटें लेकर सत्ता पर काबिज

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Thu, 19 May 2016 09:01 PM (IST)

    140 सदस्यीय केरल विधानसभा में 91 सीटें जीत कर माकपा के नेतृत्व वाले विपक्षी लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) ने प्रभावशाली बहुमत हासिल कर सत्ता में वापसी की है।

    तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। कांग्रेस के लिए केरल में चुनाव नतीजे सुखद नहीं रहे। 140 सदस्यीय विधानसभा में 91 सीटें जीत कर माकपा के नेतृत्व वाले विपक्षी लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) ने प्रभावशाली बहुमत हासिल कर सत्ता में वापसी की।

    भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे मुख्यमंत्री ओमन चांडी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को जनसमर्थन दिलाने में कामयाब नहीं रहे। यूडीएफ केवल 46 सीटों पर सिमट गया।

    भाजपा केरल में पहली बार खाता खोलने में कामयाब रही। पूर्व केंद्रीय मंत्री 86 वर्षीय ओ.राजागोपाल ने नेमम सीट पर चुनाव जीत कर भाजपा के लिए विधानसभा में प्रवेश का मार्ग खोला। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कुमानम और पूर्व अध्यक्ष वी.मुरलीधरन भी चुनाव नहीं जीत पाए।

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    एलडीएफ ने अपने बूते पर 85 सीटें जीतीं जबकि छह वे निर्दलीय प्रत्याशी जीते जिन्हें उसने समर्थन दिया था। 93 वर्षीय वीएस अच्युतानंदन, पोलित ब्यूरो सदस्य पिनाराई विजयन, थामस इसाक, ईपी जयराजन तथा अभिनेता मुकेश एलडीएफ के प्रमुख विजेताओं में शामिल रहे। मुख्यमंत्री ओमन चांडी चुनाव जीतने में सफल रहे। भाजपा टिकट पर चुनाव लडऩे वाले क्रिकेटर श्रीसंत प्रभावशाली प्रदर्शन करने में असफल रहे और 34 हजार से अधिक वोटों से हार गए।

    केरल के विधानसभा अध्यक्ष एन शक्तन, विधानसभा उपाध्यक्ष पी. रवि, कांग्रेस के दिग्गज नेता के. सुधाकरन के अलावा पद्मजा वेणुगोपाल तथा शनिमोल उस्मान चुनाव हारने वाले यूडीएफ के बड़े नेताओं में शामिल रहे। वड़क्कनचेरी सीट का परिणाम अभी रोक लिया गया है। वहां से यूडीएफ के उम्मीदवार अनिल अकारा तीन वोटों से जीते हैं।

    केवल दो जिले रहे साथ:

    यूडीएफ को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के मजबूत आधार वाले मलप्पुरम जिले में 12 सीटों पर विजय मिली जबकि एर्नाकुलम में भी उसका प्रदर्शन बेहतर रहा और नौ सीटों पर जीत हासिल हुई। एलडीएफ ने त्रिचूर, कन्नूर, कोझिकोड, कोल्लम, अलप्पुजा और तिरुअनंतपुरम में परचम लहराया। त्रिचूर में 13 में से 12 सीटें उसके खाते में गईं, कोल्लम में दस सीटों पर उसके उम्मीदवार जीते।

    मुख्यमंत्री पर फैसला आज: करात
    माकपा नेता प्रकाश करात ने कहा कि केरल में नए मुख्यमंत्री के बारे में शुक्रवार को तिरुअनंतपुरम में राज्य कमेटी की बैठक में फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यद्यपि केरल में माकपा के अधिकतर नेता विजयन को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं लेकिन अभी यह देखना बाकी है कि पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व वीएस अच्युतानंदन को दोबारा नेतृत्व सौंपने का इच्छुक है अथवा नहीं।

    13वीं बार जीते मनी:
    केरल के पूर्व वित्त मंत्री केएम मनी ने विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 13वीं बार जीत हासिल की। वह कोट्टायम जिले की पाला विधानसभा सीट पर चुनाव जीते। एक करोड़ रुपये के बार रिश्वत कांड में नाम आने के बाद उन्हें वित्त मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

    कन्हैया का सहपाठी जीता:
    पट्टांबी विधानसभा सीट पर जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार के साथी मोहम्मद मोहसिन भाकपा टिकट पर चुनाव जीत गए। उन्होंने कांग्रेसी उम्मीदवार सीपी मोहम्मद को सात हजार से अधिक वोटों से हराया।

    ऐसे परिणाम की कल्पना भी नहीं की थी। लोकतंत्र में जनता का निर्णय ही सर्वोपरि होता है। हम इस हार को स्वीकार करते हैं

    ओमन चांडी, मुख्यमंत्री
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