Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मोदी की जाति पर बढ़ी रार

    By Edited By:
    Updated: Sat, 10 May 2014 07:57 AM (IST)

    चुनाव के अंतिम चरण के ठीक पहले नरेंद्र मोदी के पिछड़ी जाति के होने को लेकर राजनीतिक रार चरम की ओर बढ़ रही है। भाजपा ने मोदी की जाति मोध घांची को कांग्र ...और पढ़ें

    Hero Image

    नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। चुनाव के अंतिम चरण के ठीक पहले नरेंद्र मोदी के पिछड़ी जाति के होने को लेकर राजनीतिक रार चरम की ओर बढ़ रही है। भाजपा ने मोदी की जाति मोध घांची को कांग्रेस के शासन में पिछड़ी जाति (ओबीसी) में शामिल करने का दावा किया है, जबकि कांग्रेस मोदी को 'फर्जी' पिछड़ा बताने के अपने दावे पर कायम है। भाजपा ने इसे कांग्रेस की मुद्दे के अभाव में मोदी का सामना नहीं कर पाने की हताशा बताया है। वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली के अनुसार असली मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस जानबूझकर मोदी की जाति पर विवाद खड़ा कर रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुजरात के मुख्यमंत्री बनते समय नरेंद्र मोदी के अगड़ी जाति का होने और उसके बाद उनकी जाति को पिछड़ी जाति में शामिल किए जाने के कांग्रेस के आरोप पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी के अनुसार गुजरात सरकार ने मोदी की जाति को 25 जुलाई, 1994 को पिछड़ी जाति की सूची में शामिल किया था। उस समय कांग्रेस के छबीलदास मेहता मुख्यमंत्री थे। इसके बाद 4 अप्रैल, 2000 को भारत सरकार ने 146 जातियों को पिछड़ी जाति की सूची में शामिल किया, जिसमें मोध घांची भी शामिल था। त्रिवेदी के अनुसार उस समय मोदी न तो विधायक थे और न ही मुख्यमंत्री। त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि हताशा में कांग्रेस जाति की राजनीति करने वाली मायावती के उठाए मुद्दे को हवा दे रही है।

    कांग्रेस मोदी को 'फर्जी' पिछड़ा बताने के अपने दावे पर कायम है। कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने छबीलदास मेहता के कार्यकाल में मोध घांची को पिछड़ी जाति दर्जा दिए जाने के भाजपा के दावे को खारिज कर दिया है। माकन के अनुसार मोध घांची को पिछड़ी जाति में शामिल करने की अनुशंसा 1999 में गुजरात की भाजपा सरकार ने की थी और केंद्र ने मोदी के मुख्यमंत्री बनने के छह महीने पहले इस अनुशंसा पर मुहर लगा दी। ताकि मोदी को पिछड़ी जाति का बताया जा सके। यही नहीं, मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली जनवरी, 2002 को गुजरात सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी की।

    *****

    'इस चुनाव में विरोधी इतने गिर गए कि मेरी जाति पर भी टिप्पणी की और झूठे आरोप लगाए। आप मोदी को गालियां दें या फांसी पर चढ़ा दें, लेकिन ऐसी जाति को निशाना क्यों बना रहे हैं, जिनके आधे फीसद वोट भी नहीं हैं।' -नरेंद्र मोदी

    लोकसभा चुनाव से संबंधित समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।