पाकिस्तान से सीजफायर राष्ट्रहित में, पर रहना होगा सचेत; पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों ने कही ये बात
पहलगाम में बलिदान होने वाले करनाल निवासी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि वह सरकार के संघर्ष विराम के निर्णय से सहमत हैं लेकिन आतंक ...और पढ़ें

जागरण टीम, नई दिल्ली। पहलगाम में आतंकियों की बर्बरता के शिकार लोगों के स्वजन पाकिस्तान के साथ सीजफायर के केंद्र सरकार के फैसले को राष्ट्रहित में मानते हैं। साथ ही, सचेत कर रहे हैं कि धोखा और दगाबाजी पाकिस्तान की फितरत में है। इसलिए देश को सतर्क रहना चाहिए। पाकिस्तान कभी भी नुकसान पहुंचा सकता है।
पाकिस्तान देश नहीं बल्कि आतंकियों की पनाहगाह
कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी एशान्या का कहना है कि आतंक पर सरकार ने प्रहार तो किया है, लेकिन अभी पूरी तरह सफाया नहीं हुआ है। हमें अपनी सुरक्षा अभेद्य रखनी है ताकि फिर कोई आतंकी हमला न हो सके। पाकिस्तान कहता कुछ और करता कुछ है, इसलिए सचेत रहना आवश्यक है।
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि पाकिस्तान देश नहीं बल्कि आतंकियों की पनाहगाह है। वहां सरकार की सरकार और सेना दोनों ही आतंकियों की सरपरस्त हैं। हाल ही में इंटरनेट पर वायरल हुए वीडियो में देखा गया कि सेना के अफसर आतंकियों के जनाजे को कंधा दे रहे हैं।
करनाल के नरवाल के पिता बोले, आतंकवाद खत्म हो
पहलगाम में बलिदान होने वाले करनाल निवासी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि वह सरकार के संघर्ष विराम के निर्णय से सहमत हैं, लेकिन आतंक का खात्मा जड़ से होना जरूरी है। पाकिस्तान में अभी आतंकी अड्डे सक्रिय हैं। वह सरकार के इस निर्णय को सही मानते हैं कि यदि आतंकी हमला करते हैं तो उसे युद्ध माना जाएगा।
यदि पाकिस्तान संघर्ष विराम का उल्लंघन करता है तो उसे पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर के जरिये सेना ने आतंकियों को पैदा करने वालों को कड़ा सबक सिखाया है। उन्होंने सेना के तीनों अंगों को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बधाई दी है।
इंदौर के सुशील की बुआ बोलीं, आतंकवाद के सफाये तक नहीं होगा बदला पूरा
इंदौर के सुशील नथानियल के स्वजन का भारत-पाकिस्तान के संघर्ष विराम पर कहना है कि जब तक हर आतंकी का खात्मा नहीं होता, तब तक बदला पूरा नहीं हो सकता। सुशील की पत्नी जेनिफर और बेटे आस्टिन उर्फ गोल्डी ने प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया, लेकिन बुआ आइरीन जान ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से सेना ने पाकिस्तान और उसके आतंकियों को सबक जरूर सिखाया है, लेकिन अभी पहलगाम का बदला पूरी तरह से लिया जाना बाकी है।
जयपुर के नीरज की मां बोली, पाकिस्तान और आतंकवाद को खत्म करना जरूरी
जयपुर के नीरज उधवानी के घर में अब भी शोक का माहौल है। नीरज की मां ज्योति ने कहा, संघर्ष विराम सरकार ने सोच-विचार कर ही किया होगा, लेकिन पाकिस्तान और आतंकवाद को खत्म करना आवश्यक है। मैंने मेरा बेटा खोया है। पुत्रवधू आयूषी की आंख के आंसू नहीं रुक रहे हैं। हमारा कहना है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाना चाहिए।
आइबी अधिकारी मनीष के स्वजन बोले, सेना ने लिया बदला
आइबी अधिकारी मनीष रंजन के चाचा अरविंद कुमार मिश्रा ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति के बीच सीजफायर के निर्णय को राष्ट्रहित में बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और सेना ने मनीष रंजन के बलिदान का बदला ले लिया है। सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर यह बता दिया कि हम पाकिस्तान को नेस्तनाबूद करने में सक्षम हैं। अब अंतरराष्ट्रीय राजनीति के तहत सीजफायर का निर्णय राष्ट्रहित में लिया गया है।

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