आंकड़ों पर न इतराएं, जमीनी बन सेवा करें: स्मृति ईरानी
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद स्मृति ईरानी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जमीनी बनने की नसीहत दी है। कहा कि मीडिया के सर्वेक्षणों में एनडीए सरकार बनने के कयासों पर अभिभूत न होकर बूथ स्तर पर कार्य करें। पंडित दीनदयाल के सपनों को साकार करने के लिए राजनीति को शासन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम बनाएं
मेरठ। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद स्मृति ईरानी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जमीनी बनने की नसीहत दी है। कहा कि मीडिया के सर्वेक्षणों में एनडीए सरकार बनने के कयासों पर अभिभूत न होकर बूथ स्तर पर कार्य करें। पंडित दीनदयाल के सपनों को साकार करने के लिए राजनीति को शासन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम बनाएं।
माधवकुंज में आयोजित दो दिवसीय झुग्गी-झोपड़ पट्टी प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में स्मृति ईरानी ने संबोधन की शुरुआत में पंडित दीन दयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद को याद करते हुए समाज में आखिरी गरीब तक के चेहरे पर मुस्कान पहुंचाने का आदर्श रखा। यूपी को देश में सर्वाधिक संभावनामय प्रदेश बताते हुए कहा कि अगर सरकारों ने सटीक योजनाओं को लागू किया होता तो यूपी झोपड़पट्टी मुक्त प्रदेश होता।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने गरीबों को सड़क, बिजली, शिक्षा एवं तमाम सुविधाओं की योजनाएं बनाई। सर्वशिक्षा अभियान के जरिए उन्हें मुख्यधारा में पहुंचाया। मनमोहन को नाकाम प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि सैनिकों के प्रति बर्बर रुख रखने वाले पाकिस्तान को कोई सबक नहीं सिखाया गया, जबकि अटल सरकार ने दोस्ती का पैगाम दिया, तो आवश्यकता पड़ने पर कारगिल में पाक को रौंद भी दिया।
स्मृति ईरानी ने इशारों में कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि कमल पर बैठकर घर में लक्ष्मी आती हैं, न कि हाथ पकड़कर। राहुल गांधी गरीब के घर पर खाना खाते हैं, किंतु उनकी गरीबी निवारण का उपाय नहीं करते। आरोप लगाया कि केंद्र के गोदामों में 44 हजार टन अनाज सड़ गया, जबकि इतने अनाज से 10 करोड़ जनता को भोजन मिल सकता था।
लोकतंत्र का मजाक उड़ा रही है आप
मोदी को लाकर बदलेगी देश की महिलाओं की तकदीर: स्मृति इरानी
अगली सरकार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनेगी, जिनके एजेंडे में झुग्गी-झोपड़ पट्टी के स्थान पर पीपीपी माडल के आधार पर पक्का मकान बनाने की वरीयता है।
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