हिंदू आतंकवादः बेचैन कांग्रेस पर भाजपा और हमलावर
हिंदू आतंकवाद' पर कांग्रेस और भाजपा के बीच लड़ाई और तीखी हो सकती है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आरोपों से बिफरी कांग्रेस ने जहां इंदिरा और राजीव गांधी की शहादत याद दिलाते हुए अपनी प्रतिबद्धता साबित करने की कोशिश की।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । 'हिंदू आतंकवाद' पर कांग्रेस और भाजपा के बीच लड़ाई और तीखी हो सकती है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आरोपों से बिफरी कांग्रेस ने जहां इंदिरा और राजीव गांधी की शहादत याद दिलाते हुए अपनी प्रतिबद्धता साबित करने की कोशिश की। वहीं भाजपा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कमजोर करने का आरोप दोहराते हुए कहा कि अपने नेताओं की शहादत के बाद भी कांग्रेस कुछ सीख नहीं पाई। दायरा और बढ़ाते हुए भाजपा ने अब यह आरोप राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर भी चस्पा कर दिया है। भाजपा ने नया उदहारण पेश करते हुए कहा कि राहुल ने अमेरिकी राजदूत के सामने भी लश्कर की बजाय हिंदू आतंकवाद की बात कही थी।
उलझी कांग्रेस
आतंकवाद के मुद्दे पर कांग्रेस उलझ गई है और भाजपा उसे इसमें और जकड़ने की कोशिश में है। राज्यसभा में आतंकी घटना पर बयान का भी विरोध कर कांग्रेस ने चूक की थी, यह पार्टी नेतृत्व को समझ में आया तो लोकसभा में पूरी शांति के साथ विपक्षी नेताओं ने राजनाथ का बयान सुना था। हालांकि वहां राजनाथ ने कांग्रेस नेताओं को हिंदू आतंकवाद जैसे शब्द गढ़ने पर सवाल खड़ा कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ नहीं है। पलटवार करते हुए शनिवार को कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कांधार घटना और आतंकियों को छोड़ने की याद दिलाई। यह भी बताया कि कांग्रेस के दो प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ शहादत दी है। लिहाजा भाजपा नेताओं से सीख लेने की जरूरत नहीं है।
बेचैन शिंदे
कांग्रेस की ओर से पलटवार का संदेश देने की कोशिश तो हो रही है लेकिन अंदर बेचैनी भी है। यही कारण है कि पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पुणे में सफाई दी और कहा कि हिंदू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल उन्होंने संसद में नहीं बल्कि पार्टी की बैठक में किया था और बाद में इसे वापस भी ले लिया था। जाहिर है कि असहज कांग्रेस उस शब्द से पीछा छुड़ाना चाहती है।
अब राहुल पर चस्पा
बहरहाल, भाजपा ने अपना शिकंजा और बढ़ा दिया है। कल तक जो आरोप संप्रग के शिंदे और पी. चिदंबरम पर लग रहे थे, अब उस दायरे में भाजपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी खींच लिया है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'कांग्रेस नेतृत्व की सोच ही गलत है और आतंकवाद को भी राजनीति के लिए दुरुपयोग करती रही है। हमने हमेशा जिहादी आतंकवाद की बात की है, लेकिन कांग्रेस इसे धार्मिक चश्मे से देखती है।'
किसने, क्या-कहा
हमने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की शहादत दी है। खतरनाक आतंकियों को जहाज पर बिठाकर सुरक्षित अफगानिस्तान पहुंचाने वालों से हमें सीख की जरूरत नहीं है।
-गुलाम नबी आजाद, नेता विपक्ष राज्यसभा
लगता है कांग्रेस अपने नेताओं की शहादत से भी कुछ नहीं सीख पाई। शिंदे और चिंदबरम ही नहीं राहुल ने भी 2010 में विदेशी मेहमान के सामने कहा था कि लश्कर को स्थानीय मुस्लिम समुदाय के बीच से कुछ समर्थन मिल रहा है लेकिन ज्यादा खतरा उग्र ङ्क्षहदू संगठनों से है। सोनिया बताएं कि क्या वह अपने पार्टी नेताओं के बयान से सहमत है?
-रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री