वाजपेयी को 'भारत रत्न' के लिए बढ़ा दबाव
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाने जा रही सरकार पर उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किए जाने का भी दबाव बढ़ने लगा है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाने जा रही सरकार पर उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किए जाने का भी दबाव बढ़ने लगा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई सांसदों व नेताओं की ओर से हर स्तर पर यह आग्रह किया जा रहा है कि सरकार को पार्टी की यह पुरानी मांग पूरी कर देनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो 26 जनवरी को उन्हें 'भारत रत्न' से नवाजा जा सकता है।
वाजपेयी को सम्मानित किए जाने की मांग भाजपा की ओर से लगातार उठती रही है। अब जब भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता पर काबिज है, तो इसे पूरा करने का दबाव बढ़ रहा है। पूर्व उप प्रधानमंत्री व वाजपेयी के घनिष्ठ सहयोगी रहे लालकृष्ण आडवाणी ने भी मंगलवार को संसदीय दल की बैठक में यह कहकर अटकल और तेज कर दी कि मोदी सरकार पिछले छह महीने में वाजपेयी के काम को आगे बढ़ाते हुए बहुत अच्छा काम कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाने की बात कह चुके हैं। उसकी तैयारी भी हो रही है।
सूत्र बताते हैं कि लगभग उसी समय से सांसदों की ओर से मांग भी तेज होती जा रही है। प्रधानमंत्री ने ही निर्देश दिया था कि तीन बार से ज्यादा, दो बार व पहली बार चुने गए भाजपा सांसदों की अलग-अलग बैठक बुलाकर उनसे सुशासन दिवस के बारे मे राय ली जाए। बताते हैं कि तीन दिन की बैठक में अधिकतर सांसदों की मांग थी कि सुशासन दिवस के दिन ही वाजपेयी के लिए 'भारत रत्न' की घोषणा भी कर देनी चाहिए। हालांकि अभी सरकार की ओर से कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
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