जवानों को राखी बांध मांगा रक्षा का वचन
जो हथियार अब तक छात्रओं ने सिर्फ टीवी पर या फिल्मों में देखा-सुना था, उन्हें सामने देखना इनके लिए वाकई रोमांचक था। जवान उन्हें एक बात बताते तो वे 10 और सवाल पूछते। उनका कौतूहल देखने लायक था। रॉकेट लांचर, अलग-अलग तरह की राइफलें, बुलेट, दूरबीन व मिनी मशीनगन, हैंड ग्रेनेड इनकी जिज्ञासा का केंद्र बने थे। मौका था
दक्षिणी दिल्ली। जो हथियार अब तक छात्राओं ने सिर्फ टीवी पर या फिल्मों में देखा-सुना था, उन्हें सामने देखना इनके लिए वाकई रोमांचक था। जवान उन्हें एक बात बताते तो वे 10 और सवाल पूछते। उनका कौतूहल देखने लायक था। रॉकेट लांचर, अलग-अलग तरह की राइफलें, बुलेट, दूरबीन व मिनी मशीनगन, हैंड ग्रेनेड इनकी जिज्ञासा का केंद्र बने थे। मौका था भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) बल की 22वीं बटालियन में दैनिक जागरण द्वारा आयोजित भारत रक्षा पर्व का।
करीब 100 छात्राओं ने जवानों को राखी बांधी और उनसे अपनी व देश की सुरक्षा का वचन लिया। 22वीं बटालियन के कमांडेंट सत्येंद्र कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि छात्राओं को एनसीसी जरूर ज्वाइन करना चाहिए। इससे उनके अंदर रक्षा सेवाओं में जाने के लिए रुचि पैदा होती है। छात्राओं ने ग्लास्गो में हुए 20वें कॉमनवेल्थ गेम्स में जूडो में कांस्य पदक जीतने वाली आइटीबीपी की खिलाड़ी थोडम कल्पना देवी से मुलाकात भी की।
भारत रक्षा पर्व में दिल्ली के ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल, फरीदाबाद के गोल्ड फील्ड पब्लिक स्कूल व डीएवी स्कूल और गाजियाबाद के विद्या भारती स्कूल व ब्लू डायमंड स्कूल की छात्राएं व शिक्षिकाएं शामिल हुईं। असिस्टेंट कमांडेंट रजत शर्मा ने छात्राओं को सीमा पर तैनाती के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया। रजत ने बताया कि कितनी कठिन परिस्थितियों में वे देश की सेवा करते हैं।
डिप्टी कमांडेंट जावेद अली ने बताया कि उन्हें कई बार ऐसी जगह तैनाती मिल जाती है, जहां शून्य से नीचे तापमान होता है। असिस्टेंट कमांडेंट ललित मोहन, शिवपाल सिंह, रमेश शर्मा व सूबेदार मेजर पदम दत्त ने भी छात्राओं को जानकारियां दी। इससे पहले छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया।
आइटीबीपी की नेशनल टीम के खिलाड़ियों ने छात्राओं को जूडो व वुशू के दांवपेच भी सिखाए। नेशनल लेवल के खिलाड़ियों ने छात्राओं को बताया कि किस तरह से वे जूडो सीखकर आत्मरक्षा के लिए सक्षम हो सकती हैं। टीम में प्रिया अहलावत, नीरज कुमार, मलकीत सिंह तुंग, लखविंदर, सुनीता, मल्तूक व गुरुवचन व वुशू की टीम में संदीप, प्रमोद, संतोष आदि शामिल रहे।
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