कर्नाटक में बढ़ रहा हिंदी का विरोध, बेंगलुरु में कन्नड़ समर्थकों ने की ये हरकत
कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं ने लगभग सभी मेट्रो स्टेशन पर लगे साइनबोर्ड को निशाना बनाया और उन पर हिंदी में लिखे शब्दों को काले रंग से पोत दिया।
बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक में हिंदी-विरोधी आंदोलन बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार रात कर्नाटक रक्षण वेदिक संगठन के सदस्यों ने बेंगलुरु के यसवंतपुर मेट्रो स्टेशन के बाहर साइनबोर्ड पर हिंदी में लिखे शब्दों को काला कर दिया। उन्होंने यसवंतपुर, जयनगर, दीपांजलि नगर, मैसूर रोड समेत लगभग सभी मेट्रो स्टेशन पर लगे साइनबोर्ड को निशाना बनाया और उन पर हिंदी में लिखे शब्दों को काले रंग से पोत दिया।
आपको बता दें कि कर्नाटक में अंग्रेजी भाषा भी कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं के निशाने पर है। छह जुलाई को कर्नाटक रक्षण वेदिक के सदस्यों ने बेंगलुरु के इको टेक पार्क के पास एक मॉल में स्थित रेस्टोरेंट के हिंदी व अंग्रेजी में लगे बोर्ड को खराब कर दिया था।
ट्विटर पर भी 'अवर मेट्रो, वी डोंट वांट हिंदी' हैशटैग के साथ हिंदी-विरोधी अभियान चलाया गया, जिसके बाद तीन जुलाई को दो मेट्रो स्टेशन पर लगे साइनबोर्ड पर हिंदी के शब्दों को प्लास्टर से छिपा दिया गया था। सभी साइनबोर्ड कन्नड़, अंग्रेजी और हिंदी में थे। इनमें से हिंदी में लिखे शब्दों को काला कर दिया गया।
गौरतलब है कि कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया कथित रूप से लगातार हिंदी-विरोधी बिग्रेड का समर्थन कर रहे हैं और उन्होंने अधिकारियों से इस बात का पता लगाने के लिए कहा है कि तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल जैसे गैर-हिंदी राज्यों में क्या नीति अपनाई जा रही है। इसके बाद कन्नड़ विकास प्राइज़ ने चार चुलाई को बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड को एक नोटिस जारी किया था और थ्री-लैंग्वेज पॉलिसी के इस्तेमाल पर स्पष्टीकरण देने को कहा था।
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