कुश्ती के अखाड़े में बाबा रामदेव ने दिखाया दम
योग के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त बाबा रामदेव ने सोमवार जब कुश्ती के अखाड़े पर पहलवानी का जौहर दिखाया तो वहां मौजूद लोग अचरज में पड़ गए। यही नहीं बाबा रामदेव ने अपने प्रतिद्वंदी मोहित को पटकनी दे डाली। पतंजलि योगपीठ में दिन भर योग गुरु की कुश्ती की चर्चा

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। योग के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त बाबा रामदेव ने सोमवार जब कुश्ती के अखाड़े पर पहलवानी का जौहर दिखाया तो वहां मौजूद लोग अचरज में पड़ गए। यही नहीं बाबा रामदेव ने अपने प्रतिद्वंदी मोहित को पटकनी दे डाली। पतंजलि योगपीठ में दिन भर योग गुरु की कुश्ती की चर्चा बनी रही।
सोमवार को पतंजलि योगपीठ के स्थापना दिवस पर आयोजित प्रतियोगिता के शुभारंभ पर बाबा रामदेव खुद ही कुश्ती लडऩे के लिए तैयार हो गए। ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने बाबा रामदेव के समान 65 किलो भार वर्ग के रोहतक के मोहित को अखाड़े में उतारा। बाबा रामदेव व मोहित के बीच मुकाबला बेहद रोमांचकारी बन गया। मोहित को पटकनी देते हुए बाबा रामदेव ने मुकाबला जीता तो बाबा के अनुयायी झूम उठे।
बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने मोहित को हराने के लिए कुश्ती नहीं खेली। केवल खिलाडिय़ों के उत्साहवर्धन के लिए कुश्ती खेली। बाबा रामदेव ने कहा कि वे जब पढ़ते थे तब उन्होंने मिट्टी के अखाड़े में अपने साथियों के साथ कई बार कुश्ती खेली थी। जब वे पहली बार हरिद्वार आए थे तो यहां भी एक-दो बार कुश्ती खेलने का अवसर मिला था। हालांकि पिछले 20 साल से तो वे कभी भी कुश्ती के अखाड़े में नहीं उतरे थे। केवल रविवार शाम को कुछ देर तक कुश्ती का अभ्यास किया था।
कुश्ती लडऩे पर मिले 11 सौ
हरियाणा रोहतक जिले के संघी गांव से आए करतार सिंह ने जब बाबा रामदेव को कुश्ती के अखाड़े में खेलते देखा तो उन्होंने ग्यारह सौ रुपये देकर बाबा रामदेव को सम्मानित किया। इसके साथ ही करतार सिंह ने योग का भी प्रदर्शन किया।
सतपाल ने बढ़ाया खिलाडिय़ों को हौसला
पहलवान सुशील कुमार के गुरु सतपाल पहलवान भी खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ाने के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। उन्होंने सभी पहलवानों को बेहतर खेलने के लिए प्रेरित किया तथा खिलाडिय़ों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से देश के स्वदेशी खेलों को बढ़ावा मिलेगा।

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