भूकंप त्रासदीः 'तो पल भर में बिछ जाती हजारों लाशें'
नेपाल में भूकंप से बाल-बाल बचे योगगुरु बाबा रामदेव ने बताया कि पल भर की देरी होती तो उनके साथ-साथ उनके पंडाल में हजारों लोगों की लाशें बिछ जातीं। बाबा रामदेव ने बताया कि उनके कार्यक्रम में तनिक भी देरी हुई होती तो अनर्थ हो सकता था।

नई दिल्ली। नेपाल में भूकंप से बाल-बाल बचे योगगुरु बाबा रामदेव ने बताया कि पल भर की देरी होती तो उनके साथ-साथ उनके पंडाल में हजारों लोगों की लाशें बिछ जातीं। उन्होंने कहा कि उनके कार्यक्रम में तनिक भी देरी हुई होती तो अनर्थ हो सकता था।
बाबा रामदेव ने कहा कि काठमांडु के टुंडीखेल मैदान में तकरीबन दो लाख लोगों ने शरण ले रखी है। नेपाल में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। रामदेव ने बताया कि उन्होंने जिंदगी में पहली बार इस तरह की तबाही का मंजर देखा। उन्होंने कहा कि मैंने जिंदगी में पहली बार बिल्डिंग गिरते देखी। मेरे सामने दो बिल्डिंग गिरीं। चारों ओर से जोर-जोर से आवाजें आने लगीं।
इन भूकंप के झटकों के बीच योगगुरु बाबा रामदेव भी नेपाल में फंस गए हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि वे यहां पूरी तरह सुरक्षित हैं। बाबा रामदेव भूकंप के वक्त एक पंडाल में मौजूद थे और उनके वहां से निकलते ही पंडाल गिर गया। एक टीवी चैनल से बातचीत में रामदेव ने बातें बताई।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी अनिल गिरी ने बताया कि नेपाल की राजधानी में शनिवार की सुबह अन्य दिनों जैसी नहीं थी। लोगों ने छुट्टी के दिन का आनंद उठाने की तैयारी शुरू ही की थी कि जोरदार भूकंप से हर तरफ अफरातफरी मच गई। गिरी ने बताया कि तेज झटके के बाद लोग जान बचाने को घरों और दुकानों से चिल्लाते हुए बाहर भागे। देखते-देखते सकड़ें लोगों से भर गईं।
बिजली व्यवस्था ठप हो गई। उन्होंने बताया कि इंटरनेट ने भी काम करना बंद कर दिया। मैंने नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में ई-मेल से जानकारी देने कोशिश की किंतु सफल नहीं हो पाया। बड़ी संख्या में इमारतों को नुकसान पहुंचा है। सड़कों पर लंबी दरारें पड़ गई हैं।
बता दें कि नेपाल में भूकंप से काफी संख्या में लोगों के मरने की आशंका है। भारत स्थित नेपाली दूतावास ने नेपाल में भूकंप से मरने वालों की संख्या 500 के आसपास बताई है। कई इमारतें जमींदोज हो गईं है, जिनमें कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
नेपाल का कुतुब मिनार कहा जाने वाला भीमसेन टावर भी धराशाई हो गया है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 मापी गई। लोग डर के अपने- अपने घरों से बाहर निकल गए। हिमालय की चोटियों पर भी एवलांच की खबर है।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में आपातकालीन कंट्रोल रूम की स्थापना की है। यहां से 24 घंटे भूकंप पीड़ितों के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है।
कंट्रोल रूम फोन न: - 011-2301 2113 / 2301 4104/ 2301 7905
फैक्स नं:- 23018158
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