Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान को भाई ने किया बर्खास्त, 'बीफ बैन' का किया था समर्थन

    By Suchi SinhaEdited By:
    Updated: Wed, 05 Apr 2017 08:37 PM (IST)

    हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन की दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान को उनके भाई अलाउद्दीन आलिमी ने पद से हटा दिया है। ...और पढ़ें

    Hero Image
    अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान को भाई ने किया बर्खास्त, 'बीफ बैन' का किया था समर्थन

    अजमेर(आइएएनएस)। मुस्लिमों से बीफ छोड़ने और तीन तलाक को गलत बताने वाले अजमेर के सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन की दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान को उनके भाई अलाउद्दीन आलिमी ने पद से हटाने की घोषणा करते हुए खुद को नया दीवान नियुक्त किया है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आलिमी ने कहा कि मैं नया दीवान हूं। मुझे पूरे चिश्ती कबीले का समर्थन हासिल है। आबेदीन  ने इस्लामिक कानून का उल्लंघन किया है। मुझे वेतन में कोई दिलस्पी नहीं है। आबेदीन पैसे कमा सकते हैं। मैं नहीं चाहता कि वो कभी भी दरगाह में दाखिल हों। उन्होंने जो भी कहा वो निंदनीय है। मैंने मुफ्ती से बात की है और हम आबेदीन के खिलाफ फतवा जारी करेंगे।

    दरअसल आबेदीन ने सरकार से देश में गौवंश के वध और इनके मांस की बिक्री पर रोक लगाने की मांग करते हुए मुस्लिम समाज से कहा कि वे पहल करें ताकि बीफ को लेकर दो समुदायों के बीच पनप रहे वैमनस्य पर विराम लगे।

    दीवान ने कहा था कि उनके पूर्वज ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती ने इस देश की संस्कृति को इस्लाम के नियमों के साथ अपना कर मुल्क में अमन शांति और मानव सेवा के लिए जीवन समर्पित किया। उसी तहजीब को बचाने के लिये गरीब नवाज के 805 उर्स के मौके पर उन्‍होंने घोषणा करते हुए कहा कि वह और उनका परिवार बीफ के सेवन को त्यागने का ऐलान करते हैं। साथ ही उन्‍होंने कहा कि वह हिंदुस्‍तान के मुसलमानों से यह अपील करते हैं कि देश में सद्भावना के पुनर्स्थापना के लिए इसको त्याग कर मिसाल पेश करें।

    यह भी पढ़ें: अजमेर दरगाह के दीवान बोले- गोहत्या और तीन तलाक कुरान के खिलाफ

    यह भी पढ़ें: केजरीवाल, सिसोदिया की ओर से चादर चढ़ाई गई