सर्वदलीय बैठक में केंद्र की अपील, मानसून सत्र को भूल आगे बढ़ने की जरुरत
गुरुवार से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र से पहले आम राय बनाने के लिए सर्वदलीय बैठक हुई। संसदीय कार्य मंंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि मानसून सत्र की कड़वी यादों को भूलकर आगे बढ़ने की जरुरत है। सरकार को बखूबी पता है कि विपक्ष इस मुद्दे को संसद में

नई दिल्ली। गुरुवार से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र से पहले आम राय बनाने के लिए सर्वदलीय बैठक हुई। संसदीय कार्य मंंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि मानसून सत्र की कड़वी यादों को भूलकर आगे बढ़ने की जरुरत है। सरकार को बखूबी पता है कि विपक्ष दादरी मुद्दे को संसद में उठाएगा। सरकार असहिष्णुता के मुद्दे पर संसद में बहस के लिए तैयार है। जीएसटी के मुद्दे पर सरकार विपक्ष की सभी शंकाओं को दूर करेगी। वित्त मंत्री जीएसटी के मुद्दे पर सभी दलों के नेताओं से चर्चा करेंगे।
वेंकैया नायडू ने कहा कि शीतकालीन सत्र में 38 विधेयक पेश किये जाएंगे जिसमें सात नए विधेयक शामिल हैं।पीएमओ में मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा कि उम्मीद है कि विपक्ष भ्रष्टाचार पर लाए जा रहे विधेयक और ह्विसल ब्लोअर एक्ट को पास होने में मदद करेगी।
सर्वदलीय बैठक के बाद जदयू प्रमुख शरद यादव और सीपीएम महासचिव सीता राम येचुरी ने कहा कि सरकार असिहष्णुता के मुद्दे पर प्रस्ताव पारित करे, और हाल में घटी घटनाओं की निंदा करे।पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि वो लोग हाल की घटनाओं से दुखी हैं यही वजह है कि कांग्रेस संसद में असहिष्णुता के मुद्दे पर बहस चाहती है।
गौरतलब है कि संसद का मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था। पिछले सत्र में लोकसभा में सिर्फ 48 फीसदी और राज्यसभा में तो महज 9 फीसदी काम हो पाया था। सर्वदलीय बैठक के बाद बैठकों का दौर प्रधानमंत्री आवास पर भी होगी। शाम 5 बजे भाजपा के तमाम आला नेता और मंत्री जुटेंगे इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ इस बात पर चर्चा होगी कि तमाम मुद्दों पर विपक्ष को किस तरह जवाब देना है। इसके बाद भाजपा संसदीय दल की कार्यकारी समिति की बैठक होगी फिर एनडीए के नेताओं की बैठक होगी। इन दो बैठकों के बाद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की तरफ से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में नेता जुटेंगे।
विपक्ष के तेवर देखते हुए शीतकालीन सत्र भी हंगामेदार होने की उम्मीद है।

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