धमाकों के सूत्रधार तलाशने में जुटीं एजेंसियां
त्योहारों और चुनावी सरगर्मी के बीच आतंकी वारदातों की आशंका ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिए हैं। भाजपा की हुंकार रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में सिलसिलेवार धमाकों को इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) की साजिश मानते हुए सुरक्षा एजेंसियां घटना के सूत्रधारों तक पहुंचने में जुट गई हैं। इसी तला
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। त्योहारों और चुनावी सरगर्मी के बीच आतंकी वारदातों की आशंका ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिए हैं। भाजपा की हुंकार रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में सिलसिलेवार धमाकों को इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) की साजिश मानते हुए सुरक्षा एजेंसियां घटना के सूत्रधारों तक पहुंचने में जुट गई हैं। इसी तलाश में गृह मंत्रालय के आला अफसरों का उच्चस्तरीय दल पटना पहुंचा। वहीं, घटना से जुड़ी तमाम जानकारियां जुटाने और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को सहयोग करने के लिए मुंबई का आतंकरोधी दल (एटीएस) भी पटना पहुंच गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आतंक के नए खतरे पर चर्चा के लिए बुधवार को दिल्ली आ रहे हैं।
पटना धमाकों के बाद गृह मंत्रालय ने विधानसभा चुनाव वाले राज्यों दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के लिए खासतौर पर अलर्ट भेज दिया है। चुनावी जनसभाओं व रैलियों की कड़ी निगरानी के लिए निर्देश भेजे गए हैं। उन रैलियों के लिए पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त करने को कहा है, जिनमें प्रमुख नेता शिरकत करेंगे। दूसरा अलर्ट सभी राज्यों को भेजा गया है, जिसमें त्योहारों के मद्देनजर भीड़भाड़ वाले स्थानों की सुरक्षा मजबूत बनाने पर जोर दिया गया है।
बिहार की कानून व्यवस्था और पटना में मोदी की रैली में विस्फोटों पर चर्चा के लिए नीतीश बुधवार को दिल्ली पहुंचकर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से मुलाकात करेंगे। दिल्ली पुलिस ने पटना विस्फोटों के सिलसिले में पूछताछ के लिए यासीन भटकल को अपनी हिरासत में रखा है। पटना व रांची से हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ हो रही है। सूत्रों के मुताबिक हुंकार रैली में हुए विस्फोटों में आइएम का हाथ होने की पुष्टि हो गई है। उनका कहना है कि रांची माड्यूल ने पूरी साजिश को अंजाम दिया था। सोमवार रात बिहार और झारखंड के कई शहरों व कस्बों में छापेमारी कर कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
पूर्वी क्षेत्र में जड़ जमाने लगा है आइएम
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में जड़े जमा चुके आइएम को उखाड़ने के लिए केंद्रीय एजेंसियों ने राज्यों से सहयोग मांगा है। सूत्रों का कहना है कि बोधगया के महाबोधि मंदिर में हुए विस्फोटों की गंभीरता को राज्य सरकार समझ गई होती, तो आतंकी पटना में विस्फोट करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। नेपाल की सीमा से लगे जिलों के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश में गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़ और मऊ समेत लगभग एक दर्जन जिलों में आइएम पांव पसार चुका है। झारखंड और बिहार में इसकी पैठ लगातार मजबूत हुई है।
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