कुमार विश्वास पर बिफरे 'आप' कार्यकर्ता, केजरीवाल से मायूस 'आम आदमी'
वसुंधरा 13 स्थित रामलीला मैदान में बृहस्पतिवार शाम को हुई आप नेता कुमार विश्वास की जनसभा के कुछ घंटे बाद ही विरोध के स्वर फूट पड़े। आप कार्यकर्ता देर रात वसुंधरा स्थित विश्वास के घर पहुंचे और विरोध जताया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक लाख रुपये खर्च कर जनसभा का आयोजन किया गया। विश्वास का सभा में हीरो
गाजियाबाद [जासं]। वसुंधरा 13 स्थित रामलीला मैदान में बृहस्पतिवार शाम को हुई आप नेता कुमार विश्वास की जनसभा के कुछ घंटे बाद ही विरोध के स्वर फूट पड़े। आप कार्यकर्ता देर रात वसुंधरा स्थित विश्वास के घर पहुंचे और विरोध जताया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक लाख रुपये खर्च कर जनसभा का आयोजन किया गया। विश्वास का सभा में हीरो की तरह आना और जाना कार्यकर्ताओं को खूब अखरा। ठा. देवेंद्र सिंह की अगुवाई में दर्जनों कार्यकर्ता विश्वास के वसुंधरा सेक्टर-तीन स्थित घर पहुंचे। कार्यकर्ताओं का कहना था कि जनसभा में कुमार को रुकना चाहिए था।
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भाषण समाप्ति के बाद भगदड़: कुमार विश्वास का भाषण समाप्त होते ही लोगों में भगदड़ मच गई। मंच पर मौजूद लोगों के बुलाने पर भी टोपीधारी कार्यकर्ता व जनता नहीं रुकी।
जाम की स्थिति बनी: कुमार विश्वास के निकलते ही जनता मैदान से बाहर आकर सड़क पर जमा हो गई। इससे अटल चौक पर जाम की अराजकता उत्पन्न हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस बल की कड़ी मशक्कत के बाद करीब 15 मिनट बाद जाम खुल सका।
'अब आम नहीं खास हो गए मुख्यमंत्री'
कौशांबी स्थित गिरनार टावर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने की चाहत में फरियादियों के आने का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार को भी दिल्ली के कई संगठनों के सदस्य अपनी समस्या को लेकर यहां पहुंचे। वे समस्याओं से संबंधित ज्ञापन चलती कार में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सौंपा। कुछ फरियादी भीड़ की वजह से अपनी बात उन तक नहीं पहुंचा पाए। आशाओं व उम्मीदों को परवान न चढ़ते देख कुछ लोगों ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल में बदलाव आ रहा है।
करीब पौने दस बजे अरविंद केजरीवाल आवास से निकल कर कार में बैठ दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उनके इंतजार में खड़े लोगों को उनकी झलक तो मिली लेकिन बात नहीं हो सकी। मौके पर दिल्ली से पहुंचे ऑल गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि अब आम आदमी के लिए न तो मुख्यमंत्री और न ही मंत्रियों के पास समय है। दिल्ली में करीब दस हजार गेस्ट टीचर हैं, इनको स्थायी करने की घोषणा की गई थी, लेकिन पिछले चार दिनों से वह सचिवालय एवं कौशांबी के चक्कर काट रहे हैं। उनके साथ डॉ. रचना, भूपेंद्र चौधरी, नितिन घोष, अनूप चौधरी, जितेंद्र समेत अन्य लोग शामिल रहे।
दिल्ली से ही आए वोकेशनल टीचर्स एसो. के अध्यक्ष जेडी शर्मा ने कहा कि अब आम आदमी पार्टी खास नजर आने लगी है। संगठन के लोग दिल्ली व गुड़गांव से सुबह ही आ गए। लेकिन मुख्यमंत्री कार में बैठकर चले गए। इससे लोगों को निराशा हुई है। संगठन के सदानंद भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में गत 25 वर्षो से वोकेशनल शिक्षक संघर्ष कर हैं। संगठन के पदाधिकारियों की मांग थी कि उनको पीजीटी वोकेशनल के पदों पर विनियमित किया जाए।
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