लोकप्रियता घटती देख पीछे हट रहे आप प्रत्याशी
आम आदमी पार्टी (आप) की शहरी इलाकों से भी लोकप्रियता घटते देख इसके उम्मीदवारों में भारी हलचल मच गई है। एक के बाद एक पार्टी प्रत्याशी टिकट लौटा रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश के कौशांबी से इसके उम्मीदवार डॉ. शीतला प्रसाद भारतीय ने चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है। हालांकि पार्टी का कहना है कि भारतीय की
नई दिल्ली, जाब्यू। आम आदमी पार्टी (आप) की शहरी इलाकों से भी लोकप्रियता घटते देख इसके उम्मीदवारों में भारी हलचल मच गई है। एक के बाद एक पार्टी प्रत्याशी टिकट लौटा रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश के कौशांबी से इसके उम्मीदवार डॉ. शीतला प्रसाद भारतीय ने चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है। हालांकि पार्टी का कहना है कि भारतीय की तबीयत ठीक नहीं थी। वह प्रचार-प्रसार नहीं कर पा रहे थे। इसलिए उनसे टिकट वापस लिया गया है। अब तक पार्टी के आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान से हट चुके हैं।
दिल्ली में सरकार छोड़ने के बाद से अपने समर्थकों के बीच लोकप्रियता के घटने का असर इसके उम्मीदवारों के मनोबल पर भी पड़ा है। पर कौशांबी के उम्मीदवार डॉ. शीतला का कहना है कि उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले की वजह से टिकट लौटाया है। आयोग ने चुनाव खर्च की सीमा 30-40 लाख से बढ़ाकर 70 लाख तक कर दिया है। इससे भ्रष्टाचार और ज्यादा फैलेगा। मंगलवार को ही जालंधर के उम्मीदवार राजेश पदम ने टिकट लौटा दिया था। उनका कहना था कि वह कुछ पारिवारिक कारणों से चुनाव लड़ने में असमर्थ हैं। जबकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि उनके बारे में लगाए गए कुछ आरोपों को सही पाए जाने के बाद उन्हें टिकट लौटा देने को कहा गया था। उनके अलावा कुछ और उम्मीदवारों के बारे में भी पार्टी का यही कहना है।
इसी हफ्ते उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद, एटा व राजस्थान के अजमेर से भी आप के उम्मीदवार टिकट लौटा चुके हैं। फर्रुखाबाद से विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ चुनाव लड़ रहे पूर्व पत्रकार मुकुल त्रिपाठी ने तो आप का टिकट लौटाते हुए पार्टी की स्थानीय इकाई पर गंभीर आरोप भी लगाए थे। इससे पहले मुरादाबाद से उम्मीदवार बनाए गए खालिद परवेज को लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से हो रहे विरोध के बाद अपना टिकट लौटाना पड़ा था। उन पर बैंक का करोड़ों रुपए का कर्ज नहीं लौटाने का आरोप था। जबकि उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट से महेंद्र सिंह ने टिकट लौटाते हुए पार्टी विधायक राखी बिरला पर आरोप लगाए थे। इस मामले में भी पार्टी ने कहा था कि उन्होंने कुछ गंभीर मामलों की पार्टी को जानकारी नहीं दी थी, इसलिए उनसे टिकट वापस ली गई थी। चंडीगढ़ से जसपाल भंट्टी की पत्नी सविता भंट्टी ने भी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं का सहयोग नहीं मिलने के बाद टिकट लौटा दिया था। बाद में अभिनेत्री गुल पनाग को यहां से उम्मीदवार बनाया गया।