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मतंग की गिरफ्तारी रोकने को दबाव बना रहा था एक बड़ा नौकरशाह

करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में फंसे कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह ने सीबीआइ के हाथों अपनी गिरफ्तारी रोकने के लिए हर हथकंडे आजमाए। उन्होंने पूछताछ के बाद हिरासत में लेने वाले जांच एजेंसी के अफसरों को अपने संपर्को की धौंस दिखाई।

By manoj yadavEdited By: Published: Sun, 01 Feb 2015 08:18 PM (IST)Updated: Sun, 01 Feb 2015 08:39 PM (IST)
मतंग की गिरफ्तारी रोकने को दबाव बना रहा था एक बड़ा नौकरशाह

नई दिल्ली। करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में फंसे कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह ने सीबीआइ के हाथों अपनी गिरफ्तारी रोकने के लिए हर हथकंडे आजमाए। उन्होंने पूछताछ के बाद हिरासत में लेने वाले जांच एजेंसी के अफसरों को अपने संपर्को की धौंस दिखाई। इतना ही नहीं सिंह के कहने पर एक बड़े नौकरशाह ने उनकी गिरफ्तारी रोकने के लिए आखिरी क्षण में दबाव बनाया। इस बाबत उक्त अधिकारी ने सीबीआइ प्रमुख को फोन किया। नरसिम्हा राव सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे सिंह को पूछताछ के बाद शनिवार को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया।

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शीर्ष नौकरशाहों में अच्छी पकड़

जांच एजेंसी के आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को इस बाबत खुलासा किया। वैसे आधिकारिक तौर पर सीबीआइ इस मुद्दे पर मौन साधे हुए है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि सिंह की गिरफ्तारी रोकने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से जांच एजेंसी के प्रमुख को फोन किए गए। सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि जब सिंह को हिरासत में ले लिया गया तो उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को अपने संपर्को का हवाला देते हुए प्रभाव में लेने की कोशिश की। इस दौरान मतंग ने वरिष्ठ अधिकारी को फोन कर गिरफ्तारी से बचाने के लिए कहा। आरोप है कि मतंग सिंह की शीर्ष नौकरशाहों के बीच अच्छी पकड़ है और इसी प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए वह अपने काम आसानी से करा लेते हैं। सिंह पर नौकरशाही में अपने संपर्को के चलते धन उगाही करने का भी आरोप है।

पहले भी डलवा चुके हैं दबाव

सूत्रों के मुताबिक, 'यह पहला मौका नहीं है जब सिंह ने जांच एजेंसी के अफसरों को प्रभाव में लेने की कोशिश की है। इससे पूर्व भी वह अपने पक्ष में काम करने के लिए सीबीआइ पर दबाव डलवा चुके हैं।' पूर्व केंद्रीय मंत्री पर आरोप है कि दो साल पहले बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में उन्होंने अपने खिलाफ चार्जशीट दायर होने से रोकने के लिए भी सीबीआइ पर दबाव डलवाया था, लेकिन तत्कालीन निदेशक रंजीत सिन्हा ने दबाव नहीं माना। इस प्रकार मतंग सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो सका। अधिकारियों के अनुसार सिंह के खिलाफ कई और मामले भी लंबित हैं।

अधिकारी की भी हो रही जांच

सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय से संबंधित जिस बड़े अधिकारी ने असम से पूर्व कांग्रेस सांसद मतंग को गिरफ्तारी से बचाने की कोशिश की, उसके आचरण की भी जांच की जा रही है। सीबीआइ यह जानने की कोशिश कर रही है कि सिंह के साथ उक्त अधिकारी के रिश्ते कितने गहरे हैं।


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