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    पतंजलि योगपीठ पर बिजली का 76 लाख बकाया

    By Edited By:
    Updated: Sun, 19 Feb 2012 01:24 AM (IST)

    भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ पूरे देश में अलख जगाने वाले योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट पर ऊर्जा निगम का 76 लाख रुपये बकाया है। वसूली की कई कोशिशें नाकाम होने पर अब निगम योगपीठ को अपना बड़ा बकाएदार बताते हुए विज्ञापन निकालने जा रहा है। वहीं, पतंजलि योगपीठ ने खुद पर निगम का कोई बकाया न होने की बात कही है। सूत्रों के अनुसार, योगपीठ ने वकील के माध्यम से निगम को बिल भुगतान आदेश पर इस आशय का जवाब भी भिजवाया है।

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    हरिद्वार [जासं]। भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ पूरे देश में अलख जगाने वाले योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट पर ऊर्जा निगम का 76 लाख रुपये बकाया है। वसूली की कई कोशिशें नाकाम होने पर अब निगम योगपीठ को अपना बड़ा बकाएदार बताते हुए विज्ञापन निकालने जा रहा है। वहीं, पतंजलि योगपीठ ने खुद पर निगम का कोई बकाया न होने की बात कही है। सूत्रों के अनुसार, योगपीठ ने वकील के माध्यम से निगम को बिल भुगतान आदेश पर इस आशय का जवाब भी भिजवाया है।

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    बताया गया कि पतंजलि योगपीठ में मीटर में गड़बड़ी की गई। यह गड़बड़ी बिल जमा करते वक्त कंप्यूटर के रीडिंग को न 'एक्सेप्ट' करने से पकड़ में आई। जांच में पता चला कि पतंजलि में लगे एक कनेक्शन पर स्वीकृत लोड 20 किलोवाट से अधिक बिजली की खपत हो रही थी। इस वजह से विभागीय कम्प्यूटर ने रीडिंग को स्वीकार नहीं किया। इस पर निगम ने मीटर बदल दिया और उपभोक्ता को नई रीडिंग के अनुसार भुगतान करने को कहा। निगम का कहना है कि ट्रस्ट ने इसे गलत बताते हुए बिल भुगतान से इनकार कर दिया। इसी तरह 12 किलोवाट के दूसरे कनेक्शन के मीटर में 'मल्टीप्लेइंग फैक्टर' ही नहीं था। जांच में बात पकड़ में आई। हालांकि पीठ ने इसे भी नकार दिया।

    निगम के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि यह गड़बड़ी पिछले काफी समय से थी। हाल ही में जांच के दौरान इसे पकड़ा गया। गड़बड़ियों को ठीक करते हुए योगपीठ से वास्तविक मूल्य का भुगतान करने को कहा गया तो वहां से इसे गलत ठहराते हुए इन्कार कर दिया गया।

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