रेल बोगियों में लगे दो हजार बायो टॉयलेट
रेलवे अपने यात्रियों को लगातार स्वच्छ और इको फ्रेंडली यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए रेलवे अब तक विभिन्न बोगियों में 2,0
नई दिल्ली। रेलवे अपने यात्रियों को लगातार स्वच्छ और इको फ्रेंडली यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए रेलवे अब तक विभिन्न बोगियों में 2,096 बायो टॉयलेट लगा चुका है।
कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बायो टॉयलेट के जरिये न केवल स्वच्छता बनाए रखने में सहायता मिलती है बल्कि यह रेल पटरियों को जंग से बचाने में भी सहायक है। रेल पटरियों पर जंग के कारण रेलवे को सालाना 350 करोड़ रुपये का बोझ पड़ता है। इन टॉयलेट को अभी प्रीमियर और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के स्लीपर व एसी कोच में लगाया गया है। भारतीय रेल की जरूरत को ध्यान में रखते हुए नई पीढ़ी के इन टॉयलेट को रेलवे ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान (डीआरडीओ) के साथ मिलकर तैयार किया है। योजना के अनुसार हर कोच में बायो टॉयलेट लगाया जाना है।
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