रिजर्व बैंक से नाउम्मीद होकर औंधे मुंह गिरा बाजार
दलाल स्ट्रीट शुक्रवार को मायूसी में डूब गई। रिजर्व बैंक की ओर से नीतिगत दरों में की गई 0.25 फीसद की कटौती को बाजार पहले ही डिस्काउंट कर चुका था। अलबत्ता, उसे कुछ ज्यादा की उम्मीद थी। लेकिन, ऐसा न होने पर निवेशक हतोत्साहित हुए। सामान्य से कम मानसून की
मुंबई। दलाल स्ट्रीट शुक्रवार को मायूसी में डूब गई। रिजर्व बैंक की ओर से नीतिगत दरों में की गई 0.25 फीसद की कटौती को बाजार पहले ही डिस्काउंट कर चुका था। अलबत्ता, उसे कुछ ज्यादा की उम्मीद थी। लेकिन, ऐसा न होने पर निवेशक हतोत्साहित हुए। सामान्य से कम मानसून की भविष्यवाणी ने इस निराशा में और घी डाल दिया।
चौतरफा बिकवाली से लहूलुहान बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 660.61 यानी 2.37 फीसद भरभराकर 27188.38 अंक पर पहुंच गया। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 196.95 अंक यानी 2.34 फीसद धराशायी होकर 8236.45 अंक पर बंद हुआ। बिकवाली के इस झोंके में निवेशकों को 2.26 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी।
मौद्रिक नीति की दोमाही समीक्षा पेश करते हुए रिजर्व बैंक ने इस साल तीसरी बार ब्याज दरों में कटौती की। लेकिन, यह भी संकेत दे दिया कि आने वाले कुछ समय में और कमी नहीं की जाएगी। केंद्रीय बैंक को आशंका है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के साथ अब महंगाई का बढ़ना भी शुरू होगा। इसने निवेशकों में मायूसी भर दी। मौसम विभाग की ओर से सामान्य से कम मानसून की भविष्यवाणी ने इसमें और इजाफा किया।
कम मानसून ने सूखे के खतरे की घंटी बजा दी है। उद्योग जगत के कमजोर तिमाही नतीजों को लेकर पहले ही बाजारों में चिंता बनी हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी का असर भी बाजार पर पड़ा।तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 27890.73 अंक पर मजबूत खुला। इसका ऊंचा स्तर 27902.53 अंक रहा।
शुरू से ही बाजार को मंदडि़यों ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। अंतिम कारोबारी घंटों में इनकी बिकवाली के तूफान में सेंसेक्स ने 27146.68 अंक का निचला स्तर छुआ। बीएसई के सूचकांकों में रीयल एस्टेट, बैंकिंग, एफएमसीजी, मेटल, ऑटो और कैपिटल गुड्स खंड की कंपनियों के शेयरों को बिकवाली की ज्यादा मार पड़ी। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में एयरटेल को छोड़ सभी के शेयर टूटे।