उत्सर्जन घोटाला : फॉक्सवैगन ने भारत में पोलो की बिक्री रोकी
इसका उत्सर्जन घोटाले से लेनादेना नहीं है, जिसके चलते अमेरिका और यूरोप में कंपनी को संकट का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली। उत्सर्जन घोटाले में फंसी जर्मनी की ऑटो कंपनी फॉक्सवैगन ने भारत में अपने डीलरों को निर्देश दिया है कि वे अस्थायी रूप से प्रीमियम हैचबैक पोलो की बिक्री रोक दें। इसके पीछे तकनीकी मसलों का हवाला दिया गया है।
इसका उत्सर्जन घोटाले से लेनादेना नहीं है, जिसके चलते अमेरिका और यूरोप में कंपनी को संकट का सामना करना पड़ रहा है।
फॉक्सवैगन पैसेंजर कार्स इंडिया के प्रवक्ता ने अस्थायी रूप से पोलो की डिलीवरी रोके जाने की पुष्टि की है। जब पूछा गया कि क्या यह उत्सर्जन घोटाले से जुड़ा हुआ मामला है तो बताया गया कि इसका ईए 189 डीजल इंजन विषय से लेनादेना नहीं है।
इससे पहले दिन में डीलरों को एक चिट्ठी प्राप्त हुई। इसमें कंपनी ने कहा कि किसी भी पोलो कार की डिलीवरी न दी जाए। इसमें लिखा है, "हमारा आग्रह है कि अगला नोटिस जारी होने तक तत्काल प्रभाव से पोलो के तमाम वेरिएंट की डिलीवरी रोक दी जाए।" चिट्ठी में फॉक्सवैगन के वरिष्ठ अधिकारी आशीष गुप्ता (आफ्टर सेल्स ऑपरेशंस हेड) व पंकज शर्मा (सेल्स ऑपरेशंस हेड) के हस्ताक्षर हैं।
क्या है उत्सर्जन घोटालाअमेरिका में फॉक्सवैगन की कारों में ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगी पाई गई है, जिससे मानकों से बहुत अधिक धुआं छोड़ने के बावजूद उत्सर्जन जांच में यह मानकों के अनुरूप आता है। फॉक्सवैगन ने इस धोखाधड़ी को पहले ही स्वीकार कर चुकी है।
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