जीएसटी विधेयक पारित होने से पहले शेयर बाजार लड़खड़ाया
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 78.05 अंक फिसलकर 8544.85 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई, प्रेट्र । अब तक के सबसे बड़े कर सुधार से जुड़े जीएसटी बिल को लेकर राज्यसभा में चर्चा से पहले निवेशकों ने बुधवार को सतर्कता भरी बिकवाली की। नतीजतन दलाल स्ट्रीट में लगातार चौथे सत्र में गिरावट का सिलसिला बरकरार रहा। इस दिन बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 284.20 अंक यानी 1.02 फीसद लुढ़ककर 27697.91 पर बंद हुआ। बीते तीन सत्रों में इस संवेदी सूचकांक ने 226.89 अंक गंवाए थे। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 78.05 अंक फिसलकर 8544.85 अंक पर बंद हुआ।
काफी समय से लंबित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संविधान संशोधन विधेयक के राज्यसभा से बुधवार को पारित होने की उम्मीद थी। साथ ही, निक्केई का सेवा क्षेत्र का पीएमआइ (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) भी जुलाई में तीन माह के ऊंचे स्तर पर रहा। इसके बावजूद निवेशकों ने सतर्कता बरतते हुए बिकवाली जारी रखी। इसके अलावा एशियाई बाजारों में तेज गिरावट और यूरोप में कमजोरी ने भी दलाल स्ट्रीट की कारोबारी धारणा को प्रभावित किया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 28008.52 अंक पर मजबूती के साथ खुला। शुरुआती कारोबार में यह सत्र के ऊंचे स्तर 28015.43 अंक को छू गया। बाद में बिकवाली बढ़ने से यह लुढ़कते हुए एक समय 27647.14 अंक के निचले स्तर तक चला गया। बीएसई में रियल एस्टेट, एफएमसीजी, कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियों के शेयरों की ज्यादा पिटाई हुई। स्मालकैप और मिडकैप सूचकांकों में भी एक से डेढ़ फीसद की गिरावट आई। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 25 के शेयर नुकसान में रहे, जबकि पांच में बढ़त दर्ज हुई।
रुपया 26 पैसे कमजोर हुआ
शेयर बाजार की गिरावट के बीच लगातार छह सत्रों की तेजी के बाद बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया दो माह के ऊंचे स्तर से फिसल गया। इस दिन अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में यह 26 पैसे की कमजोरी के साथ 67 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू मुद्रा छह सत्रों में डॉलर की तुलना में 62 पैसे मजबूत हुई थी। बुधवार को घरेलू मुद्रा यूरो, पौंड और येन के मुकाबले भी कमजोर हुई।