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रिलायंस ने फुल स्पीड से गैस उत्पादन बढ़ाने की तैयारी शुरू की

प्राकृतिक गैस की कीमतों में बढ़ोतरी की अड़चनें दूर होने के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी-डी6 ब्लॉक से उत्पादन बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, इसी महीने से कंपनी उत्पादन में 10-30 लाख घनमीटर रोजाना की अतिरिक्त वृद्धि कर सकती है। इसके साथ ही गैस उत्पादन घटने की रफ्तार थम जाएगी। फिलहाल, इस

By Edited By: Published: Sat, 04 Jan 2014 09:34 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jan 2014 09:34 AM (IST)

नई दिल्ली। प्राकृतिक गैस की कीमतों में बढ़ोतरी की अड़चनें दूर होने के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी-डी6 ब्लॉक से उत्पादन बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है।

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सूत्रों के मुताबिक, इसी महीने से कंपनी उत्पादन में 10-30 लाख घनमीटर रोजाना की अतिरिक्त वृद्धि कर सकती है। इसके साथ ही गैस उत्पादन घटने की रफ्तार थम जाएगी। फिलहाल, इस ब्लॉक से कंपनी रोजाना 1.2 करोड़ घनमीटर गैस का उत्पादन कर रही है। जबकि पूर्व की योजना के मुताबिक अभी तक यहां से रोजाना 8.5 करोड़ घनमीटर गैस उत्पादित होना था। मगर पिछले तीन साल से यहां उत्पादन लगातार घट रहा है।

रिलायंस देगी 1.2 अरब डॉलर की बैंक गारंटी

कंपनी इसके पीछे प्राकृतिक और भौगोलिक कारणों को जिम्मेदार ठहरा रही है। उसका कहना है कि पानी और रेत भर जाने की वजह से ही 18 में से 10 कुओं को बंद करना पड़ा। वहीं, कुछ विशेषज्ञ और राजनेता इसके पीछे कंपनी द्वारा की जा रही गैस की जमाखोरी को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। उनके इस आरोप की सरकार जांच कर रही है। साथ ही भाकपा नेता गुरुदास दास गुप्ता की एक याचिका पर यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है। सरकार ने पिछले महीने इसी शर्त पर अप्रैल 2014 से कंपनी को दाम बढ़ाने की मंजूरी दी है कि वह बैंक गारंटी जमा कराए। अगर गैस की जमाखोरी के आरोप सही साबित हुए तो बैंक गारंटी में से जुर्माने की रकम काट ली जाएगी।

भारती-रिलायंस जिओ ने मिलाया हाथ

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन सी रंगराजन के फॉर्मूले के आधार पर अप्रैल से गैस की कीमत लगभग दोगुनी होकर आठ डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से ज्यादा हो जाएगी। फिलहाल इसकी कीमत 4.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है। इससे रिलायंस के अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी और गेल के राजस्व में भारी भरकम इजाफा होगा। साथ ही सरकारी खजाने में भी टैक्स, रॉयल्टी और मुनाफे में हिस्सेदारी के रूप में ज्यादा रकम आएगी। मगर बिजली व उर्वरक प्लांटों सहित अन्य क्षेत्रों को महंगी कीमत पर गैस मिलने से अंतत: इसका बोझ आम लोगों की जेब पर ही पड़ेगा।

'चिकन का किचन' खोलने की तैयारी में मुकेश अंबानी

सूत्रों का कहना है कि रिलायंस और उसकी भागीदार ब्रिटेन की ब्रिटिश पेट्रोलियम और कनाडा की निको रिसोर्सेज ने एमए तेल व गैस फील्ड में सातवें कुएं की खुदाई शुरू कर दी है। इससे इसी महीने उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि एमए-8 नाम के इस कुएं से न्यूनतम 10 लाख घनमीटर और अधिकतम 30 लाख घनमीटर रोजाना गैस उत्पादित किया जा सकेगा। इसके अलावा कंपनी डी1 और डी3 फील्ड के तीसरे कुएं की मरम्मत भी कर रही है। इससे मार्च से दोबारा उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। यह कुआं फिलहाल बंद है।


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