Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फॉक्सवैगन को एनजीटी की चेतावनी

    By Gunateet OjhaEdited By:
    Updated: Wed, 06 Jan 2016 08:59 PM (IST)

    दुनिया की अग्रणी कार कंपनी फॉक्सवैगन के दिन बेहद खराब चल रहे हैं। एक तरफ जहां अमेरिका में इस कंपनी पर गलत कल-पुर्जे वाली कार बेचने के अपराध में भारी भरकम जुर्माना लगाने की तैयारी है तो वही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी भारत में कंपनी को लेकर चेतावनी जारी

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दुनिया की अग्रणी कार कंपनी फॉक्सवैगन के दिन बेहद खराब चल रहे हैं। एक तरफ जहां अमेरिका में इस कंपनी पर गलत कल-पुर्जे वाली कार बेचने के अपराध में भारी भरकम जुर्माना लगाने की तैयारी है तो वही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी भारत में कंपनी को लेकर चेतावनी जारी की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एनजीटी ने कहा है कि कंपनी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह भारत में गलत उपकरणों वाली कारों की बिक्री नहीं करेगी। अगर कंपनी ऐसा करती है तो उसे भारी जुर्माने के लिए तैयार रहना चाहिए। कंपनी को निर्देश दिया गया है कि वह इस बारे में 11 जनवरी तक शपथ पत्र दे कि वह गलत उपकरणों वाले वाहनों की बिक्री भारत में नहीं करेगी।

    एनजीटी के इस निर्देश के बाद फॉक्सवैगन ने कहा है कि भारत में उसकी कारों में कोई ऐसे उपकरण नहीं लगे हैं जो किसी तरह से गैर कानूनी हों। साथ ही कंपनी भारत में लागू उत्सर्जन मानक बीएस4 का पूरी तरह से पालन भी कर रही है। बताते चलें कि यूरोप और अमेरिका में यह बात साबित हुई है कि फॉक्सवैगन गलत उत्सर्जन दिखाने के लिए अपने वाहनों में एक फर्जी सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करता रहा है। आरोप है कि इस उपकरण से जर्मनी मुख्यालय वाली इस कंपनी की कारों से कितना उत्सर्जन होता है, इसका सही आकलन नहीं हो पाता है। इस खुलासे के बाद कंपनी के लिए भारी समस्याएं पैदा हो गई हैं। अमेरिका में कंपनी पर अरबों डॉलर के जुर्माना लगाने की तैयारी है।

    एनजीटी में चल रहे फॉक्सवैगन को लेकर मामले में भारी उद्योग व लोक उपक्रम मंत्रालय ने बताया कि वह भी कंपनी पर जुर्माना लगाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। मंत्रालय ने कंपनी को इस तरह के उपकरण से प्रभावित सभी वाहनों को वापस लेने और उनमें सुधार करने का निर्देश दिया है। कंपनी की तरफ से सरकार को यह भरोसा दिलाया गया है कि वह भारत में इस तरह की सभी 3.2 लाख कारों को वापस ले रही है। एनजीटी ने सुनवाई के बाद ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया को निर्देश दिया कि वह 4 फरवरी तक पूरे प्रकरण पर अपनी रिपोर्ट दे।