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ऐसे तय हुआ 20 रुपए के नोट का रंग गुलाबी होगा, जानिए किसने किया फैसला

जानिए कैसे 20 रुपए के नोट का रंग गुलाबी हुआ। वैसे तो हर नोट का एक विशेष रंग होता है, लेकिन 20 रुपए के नोट के रंग के फैसले से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी है

By Surbhi JainEdited By: Published: Wed, 28 Sep 2016 05:10 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2016 05:16 PM (IST)

नई दिल्ली: आप में से हर किसी ने 20 रुपए का नोट देखा होगा, लेकिन शायद ही किसी ने यह सोचने की कोशिश की होगी कि इसका रंग गुलाबी क्यों रखा गया। वैसे तो हर नोट का एक विशेष रंग होता है, लेकिन 20 रुपए के नोट के रंग के फैसले से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी है। जागरण न्यूज आज अपने पाठकों को यह बताने वाला है क्यों 20 रुपए के नोट के लिए गुलाबी रंग को ही चुना गया है।

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दुनिया के तमाम देशों में भी चलती है रंगीन करेंसी

ऐसा बिल्कुल नहीं है कि रंगीन करेंसी सिर्फ भारत में ही चलन में है, बल्कि दुनिया के अन्य देशों में करेंसी रंगीन होती हैं और इसके जरिए ही नोटों की पहचान करना आसान हो जाता है।

इंदिरा गांधी ने तय किया था 20 रुपए के नोट का रंग

20 रुपए के नोट का रंग कैसे तय हुआ यह दिलचस्प बात मुंबई के रहने वाले दिलीप कांवरे ने एक कहानी में बताने की कोशिश की है। एक दिन भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आला अधिकारियों और टकसालों के मुखिया के साथ एक बैठक की। यह बैठक 20 रुपए के नोट को बाजार में लाने के लिए रखी गई थी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव पी डी कासबेकर इस फैसले के गवाह थे। इस बैठक में 20 रुपए के नोट के लिए गुलाबी रंग के मिश्रण का चयन किया गया था।

बैठक में कई लोग भारी फाइल्स और नोट के डिजाइन लेकर गए थे, ताकि 20 रुपए के नोट के रंग और डिजाइन पर कोई अंतिम फैसला लिया जा सके। उन दिनों में नाइलॉन का काफी क्रेज था और यह स्टेटस सिंबल भी माना जाता था। उस समय बैंकिंग सेक्टर में संयुक्त सचिव के पद पर कासबेकर थे। उन्होंने बैठक में नाइलॉन की शर्ट पहनी हुई थी। दिलीप कांवरे के पास उस दिन की पूरी बात तो ऑडियो-विजुअल दस्तावेज है जिसमें उन्होंने इसके बारे में विस्तार में बताया था। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी लगातार कासबेकर की जेब में रखे रंगीन लिफाफे की ओर देख रही थीं। इंदिरा गांधी ने उनसे लिफाफा मांगा और कहा कि मुझे यह रंग और डिजाइन पसंद है। दरअसल, वह लिफाफा एक शादी का निमंत्रण कार्ड था। इस तरह मीटिंग खत्म हुई और 20 रुपए के नोट के रंग पर फैसला लिया गया था। कासबेकर की जेब में रखा शादी का निमंत्रण कार्ड गुलाबी रंग का था और उसमें भगवा और लाल रंग का मिश्रण भी शामिल था।


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