क्रेडिट पॉलिसी से पहले जान लें ये खास बातें, 5 मायनों में अलग होगी यह बैठक
भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल जब मंगलवार को मौद्रिक नीति (क्रेडिट पॉलिसी) की समीक्षा कर रहे होंगे, तो यह कई मायनों में खास होगी
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल जब मंगलवार को मौद्रिक नीति (क्रेडिट पॉलिसी) की समीक्षा कर रहे होंगे, तो यह कई मायनों में खास होगी। अक्टूबर के पहले हफ्ते में हो रही इस बैठक से जुड़ी चार चीजें ऐसी होंगी जो पहली बार होंगी। जानिए इस बैठक में ऐसा क्या खास होगा जो पहली बार होगा।
आरबीआई अकेले नहीं एमपीसी के सहयोग से तय करेगा ब्याज दर:
ऐसा पहली बार होगा जब ब्याज दरें अकेले आरबीआई के फैसले से नहीं बल्कि हाल में ही गठित की गई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के पैनल के सहयोग से तय होंगी। इस समिति को सरकार ने बीते हफ्ते ही अधिसूचित किया है।
सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम में संशोधन और केंद्रीय बैंक के गवर्नर की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की स्थापना को अधिसूचित किया। आरबीआई एक्ट के प्रावधानों के मुताबिक मौद्रिक नीति समिति के छह सदस्यों में से तीन सदस्य आरबीआई से होंगे और अन्य तीन सदस्यों की नियुक्ति केंद्रीय बैंक करेगा। रिजर्व बैंक के गवर्नर इस समिति के पदेन अध्यक्ष होंगे जबकि भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर मौद्रिक नीति समिति के प्रभारी के तौर पर काम करेंगे।
नए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति में जिन तीन स्वतंत्र लोगों को नियुक्त किया है उनमें भारतीय सांख्यिकी संस्थान के प्रोफेसर चेतन घाटे, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के निदेशक पमी दुआ और आईआईएम अहमदाबाद के प्रोफेसर रवींद्र एच ढोलकिया का नाम शामिल है।
अपनी पहली मौद्रिक नीति समीक्षा में हिस्सा लेंगे उर्जित पटेल:
बीते 4 सितंबर को रघुराम राजन की जगह लेने वाले नए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की यह पहली मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक होगी। आपको बता दें कि पटेल जब डिप्टी गवर्नर थे तब भी वो मॉनीटरी पॉलिसी का काम देख रहे थे।
अब दोपहर को हुआ करेगी मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक:
यह भी पहली बार होगा जब मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक दोपहर को हुआ करेगी। इससे पहले यह बैठक सुबह 11 बजे से आस पास खत्म हो जाती थी।
अब एक नहीं दो दिन की हुआ करेगी बैठक:
यह भी पहली बार हो रहा है जब उर्जित पटेल की अध्यक्षता में होने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक दो दिन यानी 3 और 4 अक्टूबर को होगी। अभी तक यह बैठक एक दिन ही चलती थी।
ब्याज दरें घटने की उम्मीद:
मंगलवार को होने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की उम्मीद जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है तो लोन और सस्ता हो सकता है। इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक मौद्रिक नीति में क्या हो सकता है इस बात का पता लगाने के लिए 18 बैंकों और फाइनैंशल इंस्टीट्यूशंस के बीच सर्वे किया गया था जिसमें 14 बैंकों ने बताया था कि मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक दरों में कटौती कर सकता है।
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