शेयरों के मुकाबले सोने व चांदी ने दिया ज्यादा रिटर्न
2016 में अभी तक सोना 22.29 फीसद चढ़ा है, जबकि चांदी 40.69 फीसद मजबूत हुई है। इसके उलट बंबई शेयर बाजार का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दौरान महज 7.79 फीसद तक मजबूत हुआ।
नई दिल्ली, प्रेट्र । निवेशकों को इस साल अब तक सोने और चांदी ने शेयरों के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दिया है। कीमती धातुओं में निवेश ने इस दौरान 41 फीसद तक लाभ दिलाया है।
2016 में अभी तक सोना 22.29 फीसद चढ़ा है, जबकि चांदी 40.69 फीसद मजबूत हुई है। इसके उलट बंबई शेयर बाजार का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दौरान महज 7.79 फीसद तक मजबूत हुआ। सेंसेक्स नौ अगस्त 2016 को एक वर्ष के ऊंचे स्तर 28289.96 अंक पर था।
हालांकि चार मार्च 2015 केअपने 30024.74 अंक के सर्वकालिक ऊंचे स्तर से यह सूचकांक अब भी 1872.34 अंक यानी 6.23 फीसद कम है। साल के शुरू में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और चीन की अर्थव्यवस्था की सेहत की चिंता को लेकर बाजार धारणा प्रभावित रही। वैसे, कंपनियों की बेहतर आय और मानसून के रफ्तार पकड़ने से मार्च से बाजार में तेजी लौटी।
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक जिस समय बाजारों में कमजोरी थी, उस दौरान निवेशकों ने सोने-चांदी में निवेश किया। वे कीमती धातुओं को सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर देखते हैं। यही वजह रही कि रिटर्न के मामले में सोने और चांदी ने शेयरों को पीछे छोड़ दिया। सोना 12 अगस्त को 31,050 रुपये प्रति दस ग्राम पर था। 31 दिसंबर 2015 को इसका मूल्य 25,390 रुपये प्रति दस ग्राम था। चांदी इस दौरान 33,300 रुपये से बढ़कर 46,850 रुपये प्रति किलो हो गई। बीते साल निवेशकों को न तो सोने और न ही स्टॉकों से कोई पॉजिटिव रिटर्न मिला था।
सोने का आयात घटा
चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में सोने के आयात में गिरावट आई है। यह आधे से ज्यादा 52.5 फीसद घटकर 4.97 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे चालू खाते के घाटे को सीमित रखने में मदद मिलने की उम्मीद है। इस गिरावट के पीछे ग्लोबल और घरेलू बाजार दोनों में पीली धातु की कीमतों के नीचे आने को वजह माना जा रहा है। बीते साल की अप्रैल-जुलाई की अवधि में सोने का आयात 10.47 अरब डॉलर रहा था।