आतंकियों के हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा: राजनाथ
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां कहा कि गुरदासपुर में आतंकी हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। स्थिति नियंत्रण में है और वहां सेना को मोर्चे पर तैनात किया गया है। जवानों के मनोबल को बनाए रखना है इसलिए मैं यहां आया।
भोपाल [ब्यूरो]। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां कहा कि गुरदासपुर में आतंकी हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। स्थिति नियंत्रण में है और वहां सेना को मोर्चे पर तैनात किया गया है। सोमवार को नीमच में सीआरपीएफ के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शरीक होने जा रहे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह कुछ देर भोपाल स्टेट हैंगर पर रके। उन्होंने कहा कि जवानों के मनोबल को बनाए रखना है इसलिए मैं यहां आया।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं जब सुबह दिल्ली से रवाना हुआ तब घटना की जानकारी मिल गई थी। जब उनसे पूछा गया कि इतनी ब़$डी घटना के बावजूद आप यहां आ गए? इस पर उनका जवाब था कि सीआरपीएफ के जवानों के मनोबल का सवाल था जवानों के कारण ही हम सुरक्षित हैं।
घटना के संदर्भ में मैंने तुरंत गृह सचिव, एनएसए चीफ एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, पंजाब के मुख्यमंत्री सहित अनेक अफसरों से चर्चा की। पंजाब की पूरी व्यवस्था करके आया हूं। वह बोले कि आतंकी हमला दुर्भाग्यपूर्ण है पर वहां सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या यह हमला याकूब मेमन के मामले की प्रतिक्रिया है? इस पर राजनाथ बोले कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। स्टेट हैंगर पर राजनाथ का स्वागत करने मुख्यमंत्री चौहान, संगठन महामंत्री अरविंद मेनन, मंत्री उमाशंकर गुप्ता, डॉ नरोत्तम मिश्रा, विधायक विश्वास सारंग एवं महापौर आलोक शर्मा सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
संसद में देंगे बयान
नीमच से लौटकर दिल्ली रवाना होने के लिए भी गृहमंत्री कुछ देर भोपाल में रके, मीडिया ने जब उनसे पुन: बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि आतंकी हमले के संदर्भ में मंगलवार को संसद में बयान देंगे।
व्यापमं की पुस्तक सौंपी
सूत्रों का कहना है कि भोपाल से नीमच तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी राजनाथ सिंह के साथ गए थे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह को व्यापमं से संबंधित कुछ दस्तावेज भी सौंपे जिनमें 'व्यापमं भ्रम और वास्तविकताÓ पुस्तक भी है। बताया जाता है कि सरला मिश्रा मामले की सीबीआई जांच के लिए भी केंद्र से मार्गदर्शन मांगा गया है। इसके लिए मंत्रालय में उपलब्ध कुछ दस्तावेज भी सौंपे गए हैं।