सावधान! कहीं बच्चों के सिर के पीछे तो नही मारती आप
बच्चों के सिर के पीछे थप्पड़ मारने से पहले दो बार सोच लें, क्योंकि इससे बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
बीजिंग। कई माता-पिता अपने अनुशासनहीन बच्चों के सिर के पीछे हल्के थप्पड़ को अपेक्षाकृत सुरक्षित दंड मानते हैं। लेकिन 50 साल के लंबे शोध से पता चला है कि नाराज माता-पिता को बच्चों के सिर के पीछे थप्पड़ लगाने से पहले दो बार सोचना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
पढ़ें: बच्चों पर अधिक पढ़ाई का दबाव है खतरनाक, हो सकता है मेंटल डिसॉर्डर
पढ़ें: बच्चों को डांटने से नहीं जाती उनकी मिट्टी खाने की आदत!
शोध के अनुसार, बच्चों के सिर के पीछे हल्के थप्पड़ मारने से उनमें मानसिक समस्याओं और संज्ञानात्मक क्षमताओं का जोखिम बढ़ जाता है। निष्कर्षों तक पहुंचने के लिए शोधकर्ताओं ने पांच दशकों के डेटा का विश्लेषण किया। इस दौरान शोधार्थियों ने 160000 बच्चों के जीवन का आकलन किया।
इस दौरान शोधार्थियों ने इस अनुभव से गुजरने वाले बच्चों और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के विकास की संभावना के बीच एक सकारात्मक संबंध पाया। ऑस्टिन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से इस अध्ययन की लेखिका एलिजाबेथ जेरशॉफ के अनुसार हमने शोध में देखा कि सिर के पीछे थप्पड़ लगाना हानिकारक निष्कर्षो के साथ संबंधित है। साथ ही माता-पिता अगर सोचते हैं कि ऐसा करने से उनके बच्चे सुधर जाएंगे, तो यह गलत है क्योंकि इस तरह का व्यवहार बच्चों को अधिक समय तक सुधार कर नहीं रख सकता है। यह शोध जर्नल ऑफ फैमिली साइकॉलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।