वॉट्सएप के सहारे सज रहा जिस्म का बाजार, ऐसे चलता है धंधा
रांची के सेक्स रैकेट बाजार का सीधा संबंध महानगरों से जुड़ा होने की बात सामने आ रही है।

जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी में तकनीक के सहारे जिस्मफरोशी का धंधा जोरों पर है। शहर, गांव व कस्बों से निकलकर जिस्म का बाजार अब वॉट्सएप पर आ गया है। लड़कियों का ऑनलाइन बाजार हर छोटे-बड़े शहरों में फलने-फूलने लगा है। राजधानी रांची में तो यह बाजार बहुत कम दिनों में बड़ी तेजी से पसरा है। हालांकि इस धंधे के मास्टरमाइंड तक पहुंचने में पुलिस को अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है।
‘दैनिक जागरण’ की पड़ताल में ऐसे ही कुछ तथ्य हाथ लगे हैं, जिसमें शहर के कई प्रतिष्ठित होटलों में जिस्मफरोशी के धंधे की जानकारी मिली है। रसूखदार ग्राहक होने के कारण इस तरह के धंधे की बातें सड़कों तक नहीं पहुंचती। पहुंचती भी है तो पुलिस उनपर हाथ डालने से बचने की कोशिश करती है। दिलचस्प पहलू यह है कि यह पूरा धंधा कैशलेस है। वॉट्सएप पर सौदा तय हो रहा है। इसके बाद पेटीएम पर भुगतान हो रहा है। इसमें मुंबई से संचालित इस धंधे का तार रांची से जुड़ा है, जो वाया कोलकाता शहर के अधिकतर होटलों तक पहुंच रहा है।
मुंबई से रांची वाया कोलकाता गर्म है सेक्स रैकेट का बाजार:
राजधानी में एक ऐसे ही रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसमें राजधानी के सेक्स रैकेट बाजार का सीधा संबंध महानगरों से जुड़ा होने की बात सामने आ रही है। मुंबई से नियंत्रित एक रैकेट राजधानी में तेजी से फल-फूल रहा है, जिसमें लड़कियां मुंबई व कोलकाता से उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुंबई व कोलकाता की इन लड़कियों के फोटो वाट्सएप पर वायरल कर रांची में बैठे दलाल ग्राहकों से सौदा करते हैं। बदले में मुंहमांगी कीमत वसूल रहे हैं।
ऐसे चलता है धंधा
वॉट्सएप के माध्यम से 300 रुपये में होता है रजिस्ट्रेशन
वॉट्सएप पर सेक्स रैकेट चलाने की सरगना मुंबई की सरोज नामक महिला है। उसके पास लड़की के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है, जिसके लिए वह 300 रुपये लेती है। यह राशि भी वॉट्सएप के माध्यम से ली जाती है। इसके बाद वह लड़की का नंबर व फोटो उपलब्ध कराती है।
शहर के प्रतिष्ठित होटल हैं इनके ठिकाने
लखनऊ से आकर रांची में मीनाक्षी (बदला हुआ नाम) नाम की एक महिला शहर के एक प्रतिष्ठित होटल में ठहरी है। यह एयरटेल मनी और पेटीएम के माध्यम से शुरुआत में 500 रुपये की डिमांड करती है। इसके बाद कोलकाता से लड़कियों को मंगाने का दावा करती है।
आश्वस्त होने पर आगे की बात करती है
सेक्स रैकेट की तीसरी बड़ी कड़ी मानवी है, जो पहले वॉट्सएप पर सौदेबाजी करती है। वह पहले पूरी तरह आश्वस्त हो जाती है कि कॉल करने वाला वाकई प्रोफेशनल है या कोई जासूस। जब वह पूरी तरह आश्वस्त हो जाती है, तब 500 पेटीएम पर मांग करती है। वह कहती है कि पहले उसके उक्त नंबर पर 500 रुपये पेटीएम करने को कहती है और कहती है कि उसके बाद वह रांची में धंधे में जुड़ी लड़की का नंबर उपलब्ध कराएगी, जो उसे सेवा देगी। दो दिन पहले शहर के लोअर बाजार थाना क्षेत्र के होटल पर्ल से कॉल गल्र्स को किया गया था गिरफ्तार।
पैसे लेने के बाद लड़की का फोटो और नंबर दिया जाता है
मानवी को पेटीएम करने के बाद वह रागिनी नामक लड़की का नंबर उपलब्ध कराती है, जो लड़कियों का फोटो व उनका रेट (दर) बताती है, जिसकी शुरुआत 2000 रुपये से होती है।
वॉट्सएप पर वार्तालाप
पत्रकार : मुझे यह नंबर किसी ने दिया है। आप कौन हैं?
जवाब : मैं मानवी, मुंबई से।
पत्रकार : आप क्या करती हैं?
जवाब : नंबर देने वाले ने तो आपको बताया ही होगा? खुलकर क्या बोलें। अपना नाम व सिटी का नाम बताएं।
पत्रकार : रांची ।
जवाब : मेरे इस नंबर पर पेटीएम से 500 रुपये का भुगतान करें, तब बात करें।
पत्रकार : कैसे मान लूं कि आप सेवा उपलब्ध कराएंगी। ऐसे जालसाज भरे हुए हैं। बिना समझे कैसे आपको भुगतान कर दूं।
जवाब : पहले भुगतान करें, फिर बात करें।
पत्रकार : भाड़ में जाओ। नहीं चाहिए तुम्हारी सेवा। मुझे कोई भुगतान नहीं करना।
जवाब : आप मेरे नंबर पर पेटीएम से 500 रुपये का भुगतान करो, उसके बाद मैं तुम्हें उस लड़की का नंबर दूंगी, जो तुम्हारे शहर में तुम्हें सेवा देगी।
पत्रकार : पहले सेवा, तब भुगतान।
जवाब : नहीं। बिना पेटीएम किए, मैं लड़की उपलब्ध नहीं करा सकती हूं।
हाल में हुई छापेमारी
118 मई 2017 को लोअर बाजार थाना क्षेत्र के होटल पर्ल से तीन कॉल गर्ल और एक ग्राहक को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि अरगोड़ा के अशोकनगर में एक युवक-युवती संदिग्ध अवस्था में है। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर ही लोअर बाजार क्षेत्र से दो अन्य कॉल गर्ल को पकड़ा था। 128 मार्च 2017 को खेलगांव हाउसिंग कांप्लेक्स में छापेमारी कर पुलिस ने दो कॉल गर्ल और एक युवक को गिरफ्तार किया था। 123 मार्च 2017 को लोअर बाजार थाना क्षेत्र के मेनरोड से सेक्स रैकेट चलाने वाले तीन एजेंटों को गिरफ्तार किया था। लेकिन मौके से राजन और रुद्र भागने में कामयाब रहे थे। साथ ही पुलिस की गतिविधियों की भनक लगने पर कॉल गर्ल को भी भगा दिया गया था।
हर छापेमारी में बच निकलते हैं सेक्स रैकेट गिरोह के सरगना
राजधानी में जिस्मफरोशी के धंधे पर लगाम लगाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। कार्रवाई के बावजूद भी धंधेबाज शहर में मजबूती से पैर पसारे हुए हैं। हर छापेमारी में सेक्स रैकेट गिरोह के सरगना पुलिस की चंगुल से फरार हो जाते हैं। इस तरह हर बार धंधेबाजों का बच निकलना पुलिसिया कार्रवाई पर भी संदेह उत्पन्न कर रहा है। हालांकि छापेमारी में धंधे से जुड़ी कई कॉल गर्ल और एजेंट गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि कई बार राजन और रुद्रा पुलिस गिरफ्त में आकर छोड़े गए हैं। उन्हें छुड़ाने के लिए बड़ी पैरवी भी हुई है। इस मामले में शहर के एक डीएसपी भी नप चुके हैं। हालांकि पुलिस रांची में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे को रोकने के लिए लगातार छापेमारी भी कर रही है।
राजन और रुद्र राजधानी में चला रहे सेक्स रैकेट:
राजधानी रांची में जिस्मफरोशी के धंधे को सुलभ और हाइप्रोफाइल बनाने में राजन और रुद्र का हाथ है। राजन सिंह मूल रूप से बिहार के राधेपुर का रहनेवाला है। वह रांची में रेस्टोरेंट की आड़ में धंधा कर रहा है। उसने रांची के अलावा बिहार के पटना, भागलपुर, मुंगेर में भी जिस्मफरोशी धंधे का नेटवर्क बना रखा है। हर जगह एजेंट नियुक्त कर रखे हैं। जो ग्राहक ढूंढने के बाद राजन से संपर्क करते हैं, इसके बाद वह कॉल गर्ल सप्लाई करता है। इन दोनों ने इस धंधे में कई व्यवसायी, नेता और अफसरों को भी ग्राहक बनाया है।
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एसएसपी व सिटी एसपी को सत्यापन व आवश्यक कार्रवाई के लिए आदेश दे दिया गया है। वे इस मामले में आगे की कार्रवाई करेंगे।
-अमोल वीनुकांत, होमकर डीआइजी रांची
22 कॉल गर्ल की तलाश
पुलिस को सूचना है कि हाल में कोलकाता से 22 कॉल गर्ल शहर में सक्रिय हैं। इन्हें रांची के अलग-अलग ठिकानों पर रखा गया है। सभी से धंधा करवाया जा रहा है। इन कॉल गर्ल्स को राजन ने कोलकाता से मंगवाया है। खबर है कि कई सफेदपोश ग्राहक हैं। पुलिस सभी कॉलगर्ल का पता लगाने में जुटी है।

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