झारखंड में भाजपा सरकार बनवाने में रावत की रही अहम भूमिका
त्रिवेंद्र सिंह रावत को 2014 में विधानसभा चुनाव से पूर्व झारखंड प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व ने सौंपी थी।
रांची, आनंद मिश्रा। उत्तराखंड भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए त्रिवेंद्र सिंह रावत को झारखंड में किए गए उत्कृष्ट कार्यो का तोहफा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में मिला है। यहां प्रदेश प्रभारी के तौर पर उन्होंने सांगठनिक स्तर पर प्रदेश भाजपा को खासी मजबूती प्रदान की। राज्य गठन के बाद पहली बार बनी भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार में उनकी अहम भूमिका रही थी।
त्रिवेंद्र सिंह रावत को 2014 में विधानसभा चुनाव से पूर्व झारखंड प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व ने सौंपी थी। चुनाव से महज एक माह पूर्व सौंपी गई इस जिम्मेदारी का उन्होंने निष्ठा पूर्वक निर्वाह किया। इस चुनाव में पहली बार भाजपा को बहुमत के करीब 37 सीटें हासिल हुईं। इतना ही नहीं झाविमो से टूटकर भाजपा में आए छह विद्यायको ने इस आंकड़े को 43 तक पंहुचा दिया और राज्य में रघुवर दास के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी।
मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ समन्वय बना उन्होंने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने में भी अहम भूमिका निभाई। स्वभाव से नरम माने जाने वाले रावत ने कई मौकों पर सख्ती भी दिखाई। झारखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी द्वारा घोषित विवादित प्रदेश कार्यसमिति के मामले में उन्होंने सख्त रुख अपनाया था। नतीजा यह हुआ कि कार्यसमिति तो भंग हुई ही ताला मरांडी को भी अपने पद से हटना पड़ा। हालिया जमीन संबंधी विवाद सीएनटी-एसपीटी के मामले में भी उनका कड़ा रुख देखने को मिला।
झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को उत्तराखंड भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के तुरंत बाद पुष्पगुच्छ देकर बधाई दी। प्रतुल भी कुछ दिनों से देहरादून में थे। प्रतुल ने कहा कि रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड विकास की नई बुलंदियों तक पहुंचेगा। आशा प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड को भी पूर्व की भांति रावत का मार्गदर्शन मिलता रहेगा। रावत के नेतृत्व में झारखंड भाजपा को एक नई ऊर्जा और दिशा मिली थी।
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