सेक्स रैकेट चलाने वाले को छोड़ने में फंसीं डीएसपी
सेक्स रैकेट चलाने वाले को छोड़ने के आऱोप में डीएसपी फंस गई हैं। घटना झारखंड के रांची की है।
प्रणव, रांची। राजधानी रांची में सेक्स रैकेट चलाने वाले सरगना को गिरफ्तार करने के लिए एक तरफ रांची पुलिस और सीआइडी की टीम माथापच्ची कर रही है। वहीं, दूसरी ओर झारखंड पुलिस के रांची स्थित साइबर क्राइम थाने की थाना प्रभारी सह डीएसपी ने गिरोह के सरगना और उसके गुर्गों को पकड़ने के बाद छोड़ दिया। सीआइडी की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है।
मामले की गंभीरता और विभागीय एसपी की रिपोर्ट के आधार पर सीआइडी आइजी ने एडीजी सीआइडी अजय कुमार से डीएसपी श्रद्धा केरकेट्टा के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है। अब एडीजी के स्तर से मामले में रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी जाएगी। डीजीपी के निर्देश पर ही सीआइडी ने मामले की जांच शुरू की थी। डीएसपी के खिलाफ फिर पुलिस मुख्यालय के माध्यम से गृह विभाग को अनुशंसा भेजी जाएगी।
जांच में यह पाया गया कि वॉट्सएप पर सेक्स रैकेट चलने की सूचना पर साइबर क्राइम थाना रांची के द्वारा जाल बिछाया गया। ग्राहक बन वाट्सएप पर रैकेट चलाने वाले सरगना रूद्रा से संपर्क किया गया। तय समय पर रूद्रा अपने दो अन्य साथियों के साथ एक कार से आरआरडीए कार्यालय के समीप पहुंचा। वहां पर साइबर थाना प्रभारी सह डीएसपी श्रद्धा केरकेट्टा व उनकी टीम ने छापा मारकर कार सहित रूद्रा और उसके दो साथियों को पकड़ लिया था।
रूद्रा और राजन है मास्टरमाइंड
राजधानी में सेक्स रैकेट चलाने का मास्टरमाइंड फूड वेली रेस्टोरेंट के मालिक राजन सिंह उर्फ अंथोनी जोसेफ और रूद्रा है। इसका खुलासा फूड वेली रेस्टोरेंट के मैनेजर मनोज कुमार की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। मामले में लालपुर निवासी अनूप कुमार और कोकर के भाभानगर निवासी सोनू उर्फ करण भी शामिल है। इन लोगों ने अपने बयान में कहा है कि राजन और रूद्रा ने यह नेटवर्क तैयार किया है।
उन्हीं के वाट्सएप पर ग्राहक संपर्क करते थे। ग्राहक के बताए पते पर वे लोग लड़की का भेजते थे। जिस एवज में पैसा की वसूली वे लोग करते थे। खेलगांव पुलिस ने भी पिछले दिनों दो बार सेक्स रैकेट का खुलासा किया था, इस रैकेट का सरगना भी रूद्रा और राजन ही निकला था।
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