छात्रा को अगवा कर बाथरूम में रखा कैद, विरोध करने पर पीटा
छात्रा के मुताबिक, परिजनों से बातचीत भी नहीं करने देते थे। विरोध करने पर मारपीट करते थे।
जागरण संवाददाता, रांची। छात्रा को नौकरी के नाम पर अगवा करने, गलत ढंग से शादी और अश्लील वीडियो बनाने, फिर बंधक बना फिरौती मांगे जाने के मामले में सिटी डीएसपी राजकुमार मेहता ने छात्रा का बयान लिया।
छात्रा ने डीएसपी को दिए अपने बयान में कहा है कि अगवा करने के बाद हमेशा आरोपी राहुल सिंह, उसकी मां भाजपा नेत्री नीलम सिंह समेत अन्य लोग कैद में रखते थे। कभी बाथरूम में, कभी कमरे में घंटों बंद कर रखा जाता था। परिजनों से बातचीत भी नहीं करने देते थे। विरोध करने पर मारपीट की जाती थी।
जानिए, क्या है मामला:
रविवार को छात्रा को अगवा करने के मामले में चुटिया निवासी राहुल सिंह के अलावा उसकी भाजपा नेत्री मां नीलम सिंह, पिता रामाशीष सिंह, नगर विकास मंत्री के भांजे अजीत सिंह, प्रशांत सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
राहुल ने भी दर्ज सनहा :
राहुल ने भी चुटिया थाने में एक सनहा दर्ज करवाया है। जो पूरे मामले में एक नया मोड़ लाकर खड़ा कर रहा है। राहुल ने कहा है कि छात्रा के साथ उसकी शादी हिंदू रीति-रिवाज से हुई। 10 अक्टूबर, 2017 को कोर्ट मैरिज किया। इसके बाद दोनों चुटिया स्थित घर में पति-पत्नी की तरह रहने लगे। इस बीच, 30 नवंबर को पत्नी (पीड़ित छात्रा) के परिजन पहुंचे और कहा तुम लोगों ने शादी कर ली है, तो यह हमे स्वीकार है।
अब आठ दिसंबर को सामाजिक स्तर से शादी करवा देंगे। इसके बाद उसे ले गए। जब राहुल व उनके परिजनों को एक दिसंबर को रांची लाने की बात कही, तो उसे नहीं लाया गया। इस पर राहुल का पूरा परिवार छात्रा के घर पहुंच गए। वहां देखा कि शादी की कोई तैयारी नहीं है। इसके बाद चुटिया थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया है।
अजीत सिंह ने कहा, मंत्री का भांजा होने की वजह से किया जा रहा बदनाम
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के भांजा अजीत सिंह ने कहा है कि मंत्री का भांजा होने की वजह से उन्हें बदनाम किया जा रहा है। राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश हो रही है, जबकि राहुल सिंह की शादी दोनों की सहमति से हुई है। मेरी भूमिका केवल राहुल की शादी में गवाह बनने की है।
दोनों के बीच के प्रेम-प्रसंग होने की वजह से उसकी शादी में गवाह बना था। मैरेज सर्टिफिकेट में मुझे बेटा बताया गया है, यह विभाग की गलती है। मैं सन ऑफ नहीं बल्कि केयर ऑफ लिखा आधार कार्ड देकर गवाह बना था।
मंत्री के बॉडीगार्ड का बेटा भी बना गवाह
राहुल की छात्रा से हुए कोर्ट मैरेज में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के बॉडीगार्ड रामविलास दुबे का बेटा मनीष दुबे गवाह बना है। छात्रा के परिजनों ने बॉडीगार्ड व उनके बेटे की भूमिका की भी जांच की मांग की है।
उठते सवाल
-छात्रा के मुताबिक उसे 24 की रात डेढ़ बजे डेहरी से बरामद किया गया। लेकिन राहुल ने कहा है कि उसे 30 नवंबर को परिजन रांची से ले गए।
-छात्रा के परिजनों ने राहुल समेत अन्य लोगों पर आरोप लगाया है कि दो नवंबर की रात चरही स्थित उनके घर पर आकर धमकी दी गई थी, जबकि राहुल ने पत्नी को देखने जाने की बात कही है।
-राहुल ने पति पत्नी की तरह रहने की बात कही है, जबकि छात्रा ने किसी प्रकार की जोर-जबरदस्ती में गलत हरकत या कोशिश के आरोप नहीं लगाए हैं।
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