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    जबरन शादी के बाद दूसरे दिन ही भाग गया दूल्हा

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    Updated: Mon, 15 May 2017 12:30 PM (IST)

    मुखिया राधेश्याम महतो ने मनीषा से मिल कर उसे आश्वस्त किया कि उसे न्याय और उसका पति मिलेगा।

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    जबरन शादी के बाद दूसरे दिन ही भाग गया दूल्हा

    वेस्ट बोकारो (रामगढ़), जेएनएन। जबरन शादी कराए जाने से आहत दूल्हा शादी के दूसरे दिन ही घऱ छोड़कर फऱार हो गया। घटना झारखंड के रामगढ़ की है।

    फाकोडीह निवासी एक किशोर का प्रेम संबंध तीन वर्षों से सोनडीहा निवासी एक नाबालिग लड़की से चल रहा था। इस बीच, दोनों बालिग भी हो गए। सात मई की रात लड़का-लड़की को गांव वालों ने एक साथ पकड़ लिया। फिर नैतिकता के ठेकेदार उन्हें प्रताड़ित करने लगे।

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    ग्रामीणों के दबाव में लड़का राकेश कुमार कुछ बोल नहीं पाया, उसके घर वालों या पुलिस को भी जनप्रतिनिधियों ने सूचना नही दी। आठ मई को पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों की मौजूदगी मे सोनडीहा मंडाटांड़ शिव मंदिर में दोनों का विवाह करा दिया गया और उन्हें लड़की के घर ही रखा गया। इस सबसे असहज व अपमानित महसूस कर रहा लड़का नौ मई की सुबह अपनी पत्‍‌नी मनीषा को छोड़ भाग गया।

    अब युवती अपने पति को वापस पाने के लिए कभी थाने तो कभी जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगा रही है।

    जानिए, क्या है मामला

    18 वर्षीय मनीषा कुमारी स्वर्गीय छठू तुरी की बेटी है, जो अपनी विधवा मां बिंदू देवी के साथ किरण के मकान में रहती थी, दोनों मजदूरी करते थे। इस बीच, उसका प्रेम संबंध बारुघुटू उलारी फाकोडीह निवासी चेतन गंझ़ू के 19 वर्षीय पुत्र राकेश कुमार से हो गया।

    सात मई को जब दोनों पकड़े गए तो सोनडीहा पंचायत के मुखिया राधेश्वर महतो उर्फ राधेश्याम महतो, उपमुखिया शफीक खान, दीपक पटेल, धनेश्वर तुरी व राजेश तुरी की मौजूदगी में आनन-फानन विवाह कराया गया था। फोटो खिंचवा और अखबारों में अपना नाम छपवा कर वाह-वाही भी लूटी थी। मनीषा अपनी मां के साथ पंचायत प्रतिनिधियों के यहां पहुंची तो उसे सिर्फ आश्र्वासन मिला। वह न्याय की गुहार एसडीपीओ रामगढ़ से भी लगा चुकी है।

    इस बीच, मुखिया राधेश्याम महतो ने मनीषा से मिल कर उसे आश्वस्त किया कि उसे न्याय और उसका पति मिलेगा। मगर खबर लिखे जाने तक मनीषा के पति राकेश का कोई पता नहीं मिला। मुखिया राधेश्याम ने बताया कि वह ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बारुघुटू के मुखिया से मिल कर मनीषा को उसका पति वापस सौंपने की बात की है।

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