मेक इन इंडिया का होगा विरोध : मंच
मेदिनीनगर : स्वदेशी जागरण मंच ने भारत सरकार के मेक इन इंडिया की नीति में दोष बताया है। इसका हर स्तर
मेदिनीनगर : स्वदेशी जागरण मंच ने भारत सरकार के मेक इन इंडिया की नीति में दोष बताया है। इसका हर स्तर पर विरोध करने की घोषणा की है। साथ ही इसके जगह पर मेड बाई इंडिया नीति को अपनाने का आहवान किया है। इसे लेकर रविवार को स्थानीय आर्य समाज परिसर में एक मंच के नवमनोनीत पदाधिकारियों ने संवाददाताओं से बातचीत की। इसमें स्वदेशी निर्माण के महत्व की जानकारी दी। बताया कि मेक इन इंडिया से भारतीय कंपनियों के आगे बढ़ने पर संशय है। गलत नीतियों के कारण स्थानीय कंपनियां विदेशी हाथों बिक चुकी है। भारत के निर्माणकर्ता महज श्रमिक बनकर रह गए हैं। स्थिति यह है कि सीमेंट, पीतल, जूता पालिश, शीतल पेय, खाद्य प्रसंस्करण, फ्रिज टीवी, मोबाईल, टेलीकॉम, पावर क्षेत्र में 90 प्रतिशत विदेशियों का कब्जा हो चुका है।
मौके पर मंच के प्रांत सह संयोजक धनंजय कुमार सिंह, विवेक सहाय, राजकुमार उजाला, रमेश चंद्र प्रसाद, संतोष माखड़िया, सुनील गुप्ता, कामेश्वर सिंह, सत्यनारायण पाडेय व बलराम तिवारी ने संयुक्त रूप से राष्ट्रीय सभा में पारित किए गए चार प्रस्तावों की जानकारी दी है। बताया कि स्वदेशी मॉडल से ही बचेगी धरती, बौद्धिक संपदा पर अमेरिकी दबाव, सरकार विदेशी कंपनियों को आमंत्रित करना बंद करे व कृषि में विदेशी प्रभाव पर रोक लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। वर्तमान केंद्र सरकार यूपीए सरकार के नक्शे कदम पर चल रही है। मंच इसे सहन नहीं करेगा।