Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    झारखंड में दस नक्सलियों ने एक साथ किया सरेंडर

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Thu, 27 Apr 2017 09:17 AM (IST)

    झारखंड में एक साथ दस नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वाले खूंखार नक्सली नकुल यादव दस्ता के सदस्य रहे हैं।

    झारखंड में दस नक्सलियों ने एक साथ किया सरेंडर

    जागरण संवाददाता, लोहरदगा। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने बड़ी वारदात को भले अंजाम दिया हो, लेकिन पुलिस व सुरक्षाबलों के हौसले बुलंद हैं। झारखंड में पुलिस व सुरक्षाबलों ने जोरशोर से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रखा है। यही वजह है कि लाल आतंक के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एक साथ दस नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। झारखंड में यह सबसे बड़ा आत्मसमर्पण है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरेंडर करने वालों में सभी खूंखार नक्सली नकुल यादव दस्ता के सदस्य रहे हैं। इसमें 2 नक्सली 2-2 लाख के इनामी और एरिया कमांडर हैं, जबकि एक सब जोनल कमांडर और तीन महिला नक्सली समेत दस्ता के कुल सात सदस्य हैं। भाकपा माओवादियों ने पुलिस उप महानिरीक्षक एवी होमकर, डीसी विनोद कुमार, एसपी कार्तिक एस, गुमला एसपी चंदन झा व एवं सीआरपीएफ कमांडेंट मनोज कुमार गुप्ता के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।

    माना जा रहा है कि नकुल यादव जैसे शीर्ष नेताओं के आत्मसमर्पण से जहां एक ओर नक्सली संगठन कमजोर हुए हैं, वहीं दूसरी ओर पुलिस की दबिश से जंगल में घिरे नक्सली आत्मसमर्पण करने लगे हैं। इसके अलावा संगठन में मजबूरी की वजह से लंबे समय से रह रहे जो नक्सली अब तक आत्मसमर्पण की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे, वे अब सामने आने लगे हैं। हाल ही में नक्सलियों के चंगुल से छूटकर लोहरदगा में ही छह बाल नक्सली पुलिस के पास पहुंचे थे। इससे पहले गुमला के बिशुनपुर में एक नाबालिग लड़की नक्सलियों के चंगुल से छूटकर भागने के बाद पुलिस के पास पहुंची थी।

    भाकपा माओवादी संगठन के कोयल-शंख जोन में सक्रिय इन नक्सलियों की कभी क्षेत्र में हुकूमत चलती थी, जो आज सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटे। नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद सरकार की पुनर्वास नीति के तहत दो नक्सलियों को दो-दो लाख रुपये तथा आठ अन्य नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये का चेक और सरकारी लाभ दिया गया। सरेंडर करने वालों को न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान पुलिस के अधिकारियों ने अन्य नक्सलियों से भी आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की। पुलिस अफसरों ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन 'नई दिशा' के तहत यह पुलिस की बड़ी सफलता है।

    इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

    दो लाख का इनामी विशाल खेरवार उर्फ रामधनी खेरवार-दो लाख का इनामी एरिया कमांडर कलेश्वर खेरवार-सब जोनल कमांडर हरेंद्र उरांव उर्फ हरि विलास -दस्ता सदस्य चंदेश्वर उर्फ चंदू उरांव, जितेंद्र गंझू उर्फ जीवन गंझू, सुखराम खेरवार, सुशांति उरांव, सीमा उरांव, सुखलाल नगेशिया और मीना उरांव।
     

    यह भी पढ़ेंः बस चालक ने स्कूल जा रही शिक्षिका की मांग में भर दिया सिंदूर

    झारखंड की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें