जमशेदपुर में भिड़े कांग्रेसी, सुखदेव समर्थकों की पिटाई
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के विरोध को लेकर पार्टी नेताओं के बीच चल रही अंदरुनी गुटबाजी गुरुवार को मारपीट तक पहुंच गई। निर्मल गेस्ट हाउस के समीप विरोधियों ने सुखदेव भगत के समर्थकों की जमकर धुनाई कर दी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के विरोध को लेकर पार्टी नेताओं के बीच चल रही अंदरुनी गुटबाजी गुरुवार को मारपीट तक पहुंच गई। निर्मल गेस्ट हाउस के समीप विरोधियों ने सुखदेव भगत के समर्थकों की जमकर धुनाई कर दी। कुछ समय के लिए गेस्ट हाउस रोड रणभूमि में तब्दील हो गया था। इसमें कांग्रेस जिला कमेटी के मीडिया सेल प्रभारी सौरभ झा समेत आधा दर्जन कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष बिजय खां ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि वह इस मामले को कल प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद के समक्ष रखेंगे।
कैसे भड़का आक्रोश
निर्मल गेस्ट हाउस में प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत की ओर से घोषित प्रदेश कमेटी व कुछ निर्णयों के विरोध में कोल्हान के वरिष्ठ कांग्रेसियों की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में बरही के विधायक मनोज यादव मुख्य रूप से शामिल हुए। विधायक इरफान अंसारी को भी उपस्थित होना था लेकिन वे समय पर नहीं पहुंच सके। बैठक से पूर्व निर्मल गेस्ट हाउस में ही 24 अक्टूबर को बड़कागांव की घटना के विरोध में बुलाए गए झारखंड बंद को सफल बनाने के लिए विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी ताराचंद्र भगोड़ा मौजूद थे। बैठक के उपरांत ताराचंद्र भगोड़ा को सुखदेव भगत के विरोधियों ने घेरा और एक कमरे में ले जाकर अपनी बातें रखीं। इस दौरान सुखदेव भगत के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। जब पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत व ताराचंद गेस्ट हाउस से निकलकर अपनी कार से जाने लगे, तब भी असंतुष्ट कांग्रेसियों ने उन्हें घेरा। इसके बाद मनोज यादव, अजय राय समेत अन्य पार्टी नेता पहुंच गए। मनोज यादव के पहुंचने के साथ ही सुखदेव भगत के खिलाफ नारेबाजी तेज हो गई। तभी एक दर्जन कांग्रेसी काला झंडा व मनोज यादव-इरफान अंसारी के खिलाफ लिखे नारों की तख्ती लेकर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इसकी भनक लगते ही बैठक में मौजूद नेताओं ने बाहर निकलकर जिला कमेटी के मीडिया सेल के प्रभारी सौरभ झा व अन्य को वहां से लौट जाने को कहा, लेकिन वे वहां नारेबाजी करने लगे
फिर क्या था वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता व नेता सौरभ के साथ पहुंचे कार्यकर्ताओं पर टूट पड़े। लाठी से भी धुनाई की गई। कुछ देर दोनों से ओर से पथराव भी हुआ। वहां पहले से मौजूद पुलिस अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया। विधायक मनोज यादव ने कहा कि उन्हें किसी के साथ मारपीट की कोई जानकारी नहीं है।